महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वावलंबन सरकार की पहली प्राथमिकता: मुख्यमंत्री डॉ.यादव
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि महिलाओं और बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वावलंबन राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। महिला के सशक्तिकरण के लिये प्रदेश में अनेक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कर उन्हें आत्म-निर्भर बनाया गया है। महिला सशक्तिकरण का “मध्यप्रदेश मॉडल” देश में अनूठा है, जिससे प्रेरित होकर अन्य राज्यों ने भी मध्यप्रदेश की महिला कल्याण की योजनाओं का अनुसरण कर अपने राज्यों में लागू किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बात चाहे प्रधानमंत्री आवास के माध्यम से हर परिवार को पक्की छत देने की हो, या घर-घर शौचालय बनाकर खुले में शौच से मुक्ति दिलाने की। नल-जल योजना से घर तक शुद्ध पेयजल पहुँचाना हो या उज्ज्वला योजना से रसोई को धुंआ मुक्त बनाने का संकल्प हो। इन सभी योजनाओं का प्रदेश में बेहतर संचालन एवं क्रियान्वयन हुआ है। इसके अलावा महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिये महिला स्व-सहायता समूहों को आर्थिक सहयोग प्रदान कर उन्हें स्व-रोजगार से न केवल जोड़ा है, बल्कि उन्हें लखपति दीदी भी बनाया है। आज समूह की महिलाएँ के द्वारा निर्मित उत्पाद बाजारों में बिक रहे हैं। साथ ही उनका विक्रय ऑनलाइन मॉर्केटिंग से भी किया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग का बजट 81 प्रतिशत बढ़ा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण के हर संकल्प को पूर्ण करने शिद्दत से कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में महिला एवं बाल विकास विभाग का बजट 81 प्रतिशत बढ़ाते हुए 26 हजार 560 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसमें लाड़ली बहना योजना के लिये 18 हजार 984 करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख से अधिक लाड़ली बहनें इस योजना से लाभान्वित हो रही है। राज्य सरकार उनके मान-सम्मान और स्वाभिमान को सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।