नई दिल्ली । सोने में निवेश को सुरक्षित माना जाता है। बजट 2024 में सीमा शुल्क दरों में कटौती का ऐलान हुआ था, जिसके बाद से ही सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा है। इस महीने कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। पीली धातु भारतीय निवेशकों के लिए आकर्षक संपत्ति बनी हुई है।
बुलियन एसोसिएशन के अनुसार आखिरी कारोबारी दिन सोने की कीमत 75,940 रुपये प्रति 10 ग्राम पर थी। अक्टूबर के पहले सप्ताह में कीमतें 76,390 रुपये तक पहुंच गई थीं और वायदा कीमतें भी 75,000 रुपये को पार कर गई थीं।पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमतों में तेजी स्थिर रही है, लेकिन इस महीने की शुरुआत से ही कीमतें 75,000 रुपये से अधिक बनी हुई हैं।
जेएम फाइनेंशियल के अक्षय पी भागवत ने कहा, एक कमोडिटी के रूप में सोने में जबरदस्त तेजी देखी गई है। अल्पावधि में इसमें थोड़ा सुधारात्मक कदम उठाया गया है, जिससे गिरावट पर खरीदारी का अवसर मिला है।कुछ विश्लेषकों ने सोने की कीमतों में तेजी के रुकने की आशंका जताई है, लेकिन फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती और अन्य भू-राजनीतिक तनावों जैसे वैश्विक संकेतों ने सोने की कीमतों को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
भागवत ने कहा, दीर्घावधि में, सभी अंतरराष्ट्रीय उथल-पुथल को देखते हुए, सोना एक सुरक्षित वित्तीय परिसंपत्ति बना हुआ है, जिसमें निवेशक अपने धन का एक हिस्सा निवेश करते हैं।
सोने की कीमतों पर दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है। बाजार में अस्थिरता और वैश्विक संघर्षों के बीच पीली धातु सुरक्षित निवेश के नजरिए से देखी जा रही है।
उन्होंने आगे कहा, लक्ष्यों की बात करें तो लंबी अवधि के चार्ट पर 3,000 डॉलर का लक्ष्य हासिल किया जा रहा है।
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