नईदिल्ली। अगले साल 50 ओवर प्रारूप में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजना होना है। जिसके लिए भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करने वाली है।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अपने मैच दुबई में खेलने की इच्छा जताई है।अब पीसीबी टूर्नामेंट का संभावित बहिष्कार करने को सोच रही है। अगर ऐसा होता है तो उनके लिए यह बड़े घाटे का सौदा होगा। वह निलंबन भी झेल सकते हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने मेजबान पाकिस्तान को पत्र लिखकर कह दिया है कि भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया है।वहीं पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल नहीं अपनाएगा।
रिपोर्ट्स की माने तो पाकिस्तान सरकार अपनी टीम को टूर्नामेंट से हटाने पर विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है तो आईसीसी पाकिस्तान क्रिकेट को निलंबित कर सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार यदि पीसीबी टूर्नामेंट का बहिष्कार करती है तो मेजबान पाकिस्तान को मेजबानी शुल्क की पूरी राशि जो 6.5 करोड़ डॉलर (लगभग 5 अरब रुपये) है, उससे वंचित होना पड़ेगा।साथ ही आईसीसी से मिलने वाली धनराशि में भी कटौती होगी।यदि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल अपनाने का फैसला करता है तो आईसीसी पाकिस्तान बोर्ड को पूरी मेजबानी फीस और उसे अधिकांश मैच घर पर कराने का भी मौका देगा।
एशिया कप 2023 की मेजबानी भी पाकिस्तान के पास थी, लेकिन बीसीसीआई ने दबाव बनाकर भारत के मैचों का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तहत कराया था।पिछले संस्करण में भारत ने एशिया की सबसे बड़ी क्रिकेट प्रतियोगिता में अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे।नेपाल, बांग्लादेश, अफगानिस्तान क्रिकेट टीम और श्रीलंका क्रिकेट टीम के कुछ मैच पाकिस्तान में खेले गए थे। उस संस्करण में भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराते हुए खिताब जीता था।
पीसीबी के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से होगी और इसका फाइनल मुकाबला 9 मार्च को होगा।पाकिस्तान ने अपने देश में मेजबानी के लिए कराची, रावलपिंडी और लाहौर को चुना है।बता दें कि अब तक कोई भी आईसीसी का बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट अकेले पाकिस्तान में नहीं खेला गया है। इससे पहले पाकिस्तान ने भारत और श्रीलंका के साथ 1996 क्रिकेट वनडे विश्व कप की सह-मेजबानी की थी।