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भारत की पहचान अपनी गुरूत्व शक्ति : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

by Bhupendra Sahu

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारत गुरूत्व शक्ति के आधार पर दुनिया में अपनी पहचान बनाना चाहता रहा है और ऐसा संभव भी हुआ है। भारत की विश्व गुरू बनने की कामना पूरी होकर रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं है, जिसने ताकत बढ़ने से अपने पड़ोसी देश को नहीं सताया हो, किसी पर कब्जा नहीं किया हो। जब भी किसी देश की ताकत बढ़ती है तो उसका सदुपयोग या दुरुपयोग किया जाता है, लेकिन दुनिया में भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया, किसी को सताया नहीं, किसी को लूटा नहीं। हमारे ग्रंथों में लिखा है सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे संतु निरामया। हमने तो विश्व के सुख की कामना की है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार शाम नीलबड़ स्थित ब्रह्मकुमारीज सुख शांति भवन में वैश्विक शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

शिखर सम्मेलन आध्यात्मिकता द्वारा स्वस्थ और स्वच्छ समाज विषय पर केंद्रित था जिसमें संस्था के अनुयायी और नागरिकगण बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस अवसर पर विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय और विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का तिलक लगाकर, अंगवस्त्रम् भेंट कर अभिनंदन किया गया और उन्हें भगवान श्री कृष्ण की तस्वीर भेंट की गई।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विश्व में शांति, सह-अस्तित्व, विकास और सभी प्रकार के मानवोचित भाव को जागृत करने के लिए द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ को एक मंच के रूप में स्थापित किया गया। यह सत्य है कि यह मंच पिछली सदी में बना लेकिन भारत में आदिकाल से एक गुरूत्व शक्ति रही है। इससे ही भारत की पहचान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे इसी जीवन की सारी तपस्या और साधना अंतत: हमारे शरीर के साथ आई और शरीर के साथ जाएगी। भगवान श्रीकृष्ण ने 5 हजार साल पहले गीता में यही कहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जो इस शरीर में है वही ब्रह्माण्ड में है। कहा भी गया है “यत् पिण्डे तत् ब्रह्माण्डे”। आज मानव शरीर की किसी विकृति को दूर करने के लिए चिकित्सा विज्ञान भी मानव शरीर से ही अवयव प्राप्त करता है। अस्पतालों में बैंक बनाकर गर्भ नाल और अन्य मानव अंग सुरक्षित रखे जा रहे हैं, जो शल्य चिकित्सा और प्रत्यारोपण के माध्यम से जीवन देने का कार्य करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने संस्था द्वारा वैश्विक शिखर सम्मेलन के आयोजन की प्रशंसा की।

आध्यात्मिक आयोजन के प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का सुख सागर भवन, नीलबड़ की निर्देशिका नीता दीदी ने स्वागत किया। नई दिल्ली से आईं ज्यूरिस्ट विंग की चेयरपर्सन राजयोगिनी पुष्पा दीदी ने भी संबोधित किया। पुष्पा दीदी ने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि समस्याओं का कोई समाधान नहीं है, परमात्मा सुनता ही नहीं है, जबकि परमात्मा हर जगह विद्यमान है। आध्यात्मिकता से जीवन में शक्ति प्राप्त होती है, समाज में जागृति आती है। एक दीपक से दूसरा दीपक जग जाता है और सहज हो जाता है। आज जीवन को सुख- शांति मय बनाने का प्रयास प्रत्येक व्यक्ति करे तो संसार सुखमय हो जाएगा। संस्था के माउंट आबू स्थित मुख्यालय से जयंती दीदी ने वीडियो संदेश द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन करते हुए कार्यक्रम के लिए बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन बी. के. राम कुमार ने किया।

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