0-आकंड़े चौंका देंगे आपको
नईदिल्ली। दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ते जा रही है. दुनिया भर में फिलहाल तनाव और आर्थिक अनिश्चितता है. हालांकि, भारत के लिए अधिक घबराने की बात नहीं है. क्योंकि आंकड़े बताते हैं कि भारत की अर्थवस्यवस्था इस साल सात फीसद की दर से बढ़ सकती है. खास बात है कि भारत की बढ़त इस साल जी-20 देशों के समूहों में सबसे अधिक है. आसान भाषा में कहें तो इस साल भारत की अर्थव्यवस्था की बढ़ता जी-20 देशों से कहीं अधिक रहने वाली है. बता दें, जी-20 सुपर पावर अमेरिका, रूस, यूके, जर्मनी, फ्रांस सहित तमाम बड़े देश शामिल हैं. खास बात है कि इस साल जहां भारत की अर्थव्यवस्था जहां सात फीसदी रह सकती है तो वहीं, अन्य बड़े देशों की आर्थिक वृद्धि तीन फीसद से भी कम रह सकती है.
दुनिया की सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत की सबसे तेज विकास दर, आर्थिक अर्थव्यवस्था के बलबूते मजबूत हो रही है. वैश्विक चुनौतियों के बीच, भारत की अर्थव्यवस्था लगातार विकास कर रही है. जी-20 में भारत के बाद इंडोनेशिया की जीडीपी सबसे अधिक यानी पांच फीसद की दर से बढ़ सकती है. चीनी अर्थव्यवस्था 4.8 फीसद की रफ्तार से बढ़ सकती है. भारत के खास दोस्त रूस की जीडीपी 3.6 फीसद से बढ़ेगी. वहीं, ब्राजील, तुर्किये और अफ्रीका की जीडीपी तीन-तीन फीसद की दर से बढ़ेगी.
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को इस बार झटका लगेगा क्योंकि आंकड़े बता रहे हैं कि अमेरिका की जीडीपी इस साल 2.8 फीसद की दर से बढऩे वाली है. सऊदी अरब और मैक्सिको की अर्थव्यवस्था 1.5 रह सकती है. यूरोपीय संघ की जीडीपी 1.1 तो दक्षिण अफ्रीका की जीडीपी भी 1.1 फीसद की दर से आगे बढ़ेगी. कोरिया की अर्थव्यवस्था 2.5 फीसद की दर से बढ़ सकती है. भारत से दुश्मनी मोल लेने की फिराक में लगे कनाडा की जीडीपी खस्ता हाल रहने वाली है. कनाडा की विकास दर इस साल 1.3 फीसज रहेगी. वहीं, ऑस्ट्रेलिया की आर्थिक वृद्धि दर 1.2 फीसद रहेगी. जी-20 का एकमात्र देश अर्जेंटीना है, जिसकी आर्थिक विकास दर में 3.5 फीसद की गिरावट आ सकती है.
रेटिंग एजेंसी मूड़ीज की मानें तो अगले साल 6.6 फीसद की दर से भारत की आर्थिक वृद्धि होगी. वहीं, 2026 में भारत की विकास दर 6.5 फीसद रह सकती है.
००
previous post