मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गर्वनर शक्तिकांत दास को दूसरा कार्यकाल विस्तार मिलने की संभावना है। इसकी घोषणा महाराष्ट्र चुनाव के बाद हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय बैंक के गर्वनर का मौजूदा कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। इस बीच उनके कार्यकाल को कम से कम एक और साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।अभी तक न तो किसी दूसरे उम्मीदवार पर विचार किया जा रहा है और न ही कोई चयन समिति बनी है।
शक्तिकांत दास ने दिसंबर 2018 में आरबीआई का कामकाज संभाला था। यह वह दौर था जब केंद्र सरकार और आरबीआई के बीच संबंध तनावपूर्ण चल रहे थे।दास के नेतृत्व में कई चुनौतियां रही हैं। उन्होंने कोरोना महामारी से लेकर मुद्रास्फीति के दबाव और वैश्विक वित्तीय अनिश्चितताओं के दौरान अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने पर काम किया है।उनके कार्यकाल विस्तार से सरकार का उन पर भरोसा दिख रहा है। अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेना है।
अगर शक्तिकांत दास के नाम पर मुहर लगती है तो वह 1960 के दशक के बाद से आरबीआई में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले गर्वनर बन जाएंगे।दास से पहले बेनेगल राम राव आरबीआई गवर्नर के रूप में सबसे ज़्यादा समय तक सेवा दे चुके हैं। राव ने 1949-1957 के बीच 7 साल से अधिक समय तक केंद्रीय बैंक का नेतृत्व किया था।दास ने 2023 में सामान्य 5 साल का सेवा कार्यकाल सीमा पार कर लिया था।
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