जयपुर। चीन के वित्त मंत्रालय ने हाल ही एल्युमिनियम एवं कॉपर प्रॉडक्ट्स के निर्यात पर टैक्स रिबेट खत्म करने का एलान किया है। यह फैसला 1 दिसंबर से लागू हो जाएगा। परिणामस्वरूप बीते सप्ताह एल्युमिनियम की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण एल्युमिनियम विनिर्माताओं के शेयर सोमवार को उछल गए। नेशनल एल्युमिनियम कंपनी के शेयर 8.6 फीसदी उछल गए। हिन्डाल्को में 3.8 प्रतिशत और वेदांत में 3.2 फीसदी का इजाफा हुआ। एमसीएक्स के हाजिर बाजार में एल्युमिनियम की कीमतें सोमवार को दो फीसदी चढ़ गईं। धातु कंपनियों के प्रदर्शन की माप करने वाला निफ्टी मेटल इंडेक्स 1.9 प्रतिशत उछला। उल्लेखनीय है कि 1 दिसंबर से लागू कर छूट की वापसी की अल्पावधि में चीन से एल्युमिनिय का आगमन प्रतिबंधित होने की आशंका है। गौरतलब है कि अमेरिकी चुनाव के बाद एल्युमिनियम को छोड़कर सभी जिंसों की कीमतें नीचे आई हैं। अलबत्ता बॉक्साइट की कीमतें भी मजबूत हैं। बता दें नाल्को के पास बॉक्साइट का खासा भंडार है। नाल्को की दूसरी तिमाही के नतीजों ने भी निवेशकों को उत्साहित किया है।
कुछ और उत्पादों के निर्यात पर भी खत्म होगी टैक्स रिबेट
इस फैसले के तहत कुछ रिफाइंड ऑयल प्रॉडक्ट्स, फोटोवालटिक्स, बैटरीज और कुछ नॉन-मैटेलिक मिनरल प्रॉडक्ट्स भी आएंगे। अधिकारियों ने कहा कि सरकार कमोडिटीज और दूसरे प्रॉडक्ट्स के निर्यात पर टैक्स में रिबेट घटाने या खत्म करने जा रही है। माना जा रहा है कि चीन की सरकार के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीन की तरफ से एल्युमिनियम की सप्लाई में कमी आ सकती है। इस न्यूज का असर अमेरिकन सोया ऑयल की कीमतों पर भी देखा जा रहा है। उम्मीद है कि यूज्ड् चाइनीज कुकिंग ऑयल पर भी इस फैसले का असर पड़ेगा।
यूज्ड् कुकिंग ऑयल का अमेरिका को निर्यात
चीन यूज्ड् कुकिंग ऑयल का एक्सपोर्ट अमेरिका और यूरोपियन देशों को करता है। ये देश चीन के यूज्ड् कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल बायोफ्यूल में करते हैं। इससे सोया ऑयल जैसे फीडस्टॉक का उत्पादन होता है। चीन का यूज्ड् कुकिंग ऑयल एक्सपोर्ट कस्टम के लिहाज से कैमिकली मोडिफाइड एनिमल, प्लांट या माइक्रोबायल ऑयल और फैट्स कैटेगरी के तहत आता है। इन प्रॉक्डक्ट्स के निर्यात पर टैक्स रिबेट पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है।