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मेले , अतीत से जोड़ते हैं, बढ़ाते हैं मेल-मिलाप : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

by Bhupendra Sahu

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मेला संस्कृति हमें अतीत से जोड़ती है, जिससे मेल-मिलाप का भाव सशक्त होता है। एक दूसरे के साथ पालकी में एक साथ झूला झूलने और तरह-तरह के व्यंजनों का स्वाद लेने से मिलने वाला आनंद अभूतपूर्व है। राज्य शासन द्वारा इस तरह के आयोजनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव भेल दशहरा मैदान, भोपाल में आयोजित भोजपाल महोत्सव को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वयं भी मेले में मालवा के गराड़ू और अन्य व्यंजनों का स्वाद लिया। उन्होंने मेला परिसर में दुकानदारों द्वारा किए गए स्वागत का आभार व्यक्त करते हुए उनसे मेले में की गई व्यवस्थाओं के बारे में जाना और आश्वस्त किया की व्यवस्थाएं और भी बेहतर की जाएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण सहित सभी देवी-देवताओं की जय-जय कार हम इस धरती पर नहीं करेंगे तो कहा करेंगे। हम उस संस्कृति के संवाहक हैं जिसके रोम-रोम में राम बसते हैं। इस सनातन धर्म की व्यवस्था के लिए कोई समझौता नहीं करेंगे। यह हमारी संस्कृति का आनंद है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम अयोध्या में मुस्करा रहे हैं। आने वाले दिनों में जमुना जी के पास कृष्ण कन्हैया मुस्कराएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राजा भोज के प्रसंगों को याद करें जिन्होंने अपनी बौद्धिक क्षमता के बलबूते इतिहास, संस्कृति, कला, युद्ध , मैदान हर क्षेत्र में ऊंचा स्थान बनाया है। हर क्षेत्र में राजा भोज दिखाई देते हैं। यह हमारा सौभाग्य है। एक साथ बड़ी-बड़ी सत्ता को हराने का सामर्थ्य का जिसने परिचय दिया था वे राजाभोज हैं। राजाभोज दानवीर और विशाल हृदय के स्वामी थे। कवियों का सम्मान करने के लिए सोने की एक-एक ईंट उन्हें भेंट करते थे। हमारे आदर्श राजाभोज और सम्राट विक्रमादित्य जैसे शासक हैं।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने मेला प्रांगण में स्थापित राजा भोज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने मेले में जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गई विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ कर अवलोकन भी किया, जिसमें प्रदेश में विभिन्न क्षेत्र में हुई प्रगति को प्रदर्शित किया गया।

खेल एवं युवक कल्याण मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निरंतर मध्यप्रदेश का विकास और कल्याण किया है। इस तरह के आयोजनों में सहयोग और समर्थन करते हैं।

पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव अभी इंदौर से लौट कर सीधे मेला प्रांगण में पहुंचे हैं। यहां उपस्थित सभी नागरिक इस बात पर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव यूके और जर्मनी से मध्यप्रदेश के लिए 78 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव लेकर लौटे हैं। श्रीमती गौर ने कहा कि 9 वर्षों से यह मेला देश का सबसे बड़ा मेला महोत्सव बन गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मेला स्थल पहुंचने पर पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्जवलित कर भजन संध्या का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का समिति की ओर से पुष्पहारों और त्रिशूल भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर से आई प्रख्यात भजन गायिका शहनाज अख्तर का स्वागत एवं सम्मान किया और उनके गाए भजन का आनंद भी लिया। मेला समिति के अध्यक्ष श्री सुनील यादव और संयोजक विकास वीरानी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में श्री आशीष अग्रवाल,श्री राजेन्द्र यादव सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

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