विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की निरंतर निकासी से निवेशकों की धारणा हुई मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 4 पैसे गिरकर 84.76 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर आ गया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि रुपए में गिरावट मुख्य रूप से डोनाल्ड ट्रम्प की ब्रिक्स मुद्रा पर बयानबाजी, यूरोजोन में राजनीतिक अस्थिरता, कमजोर घरेलू आर्थिक संकेतक और विदेशी पोर्टफोलियो में निरंतर निकासी के कारण हुई। नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को धमकी दी कि यदि BRIC समूह के देश अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने का प्रयास करेंगे तो उन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा।