Home » भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती के कारण एफआईआई की लगातार बिकवाली का दौर थमा

भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती के कारण एफआईआई की लगातार बिकवाली का दौर थमा

by Bhupendra Sahu

नई दिल्ली। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अपनी रणनीति में स्पष्ट बदलाव करते हुए खरीदार का रुख अपनाया है। बाजार पर नजर रखने वालों ने शनिवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में भू-राजनीतिक परिस्थितियों के बावजूद मजबूती बनी हुई है, जिससे एफआईआई की लगातार बिकवाली का दौर खत्म हो गया है।
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, इस महीने (6 दिसंबर तक) एफआईआई ने 24,453 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसमें विभिन्न एक्सचेंज से इक्विटी में 17,921 करोड़ रुपये और प्राथमिक बाजार के जरिए शेष निवेश शामिल है।
बाजार के जानकारों ने कहा कि दिसंबर की शुरुआत में एफआईआई के खरीदार बनने से बाजार की धारणा बदल गई है। पिछले दो महीनों के दौरान एफआईआई ने लगातार बिकवाली की रणनीति को पूरी तरह से पलट दिया है।
अक्टूबर में विभिन्न एक्सचेंज के जरिए एफआईआई ने 1,13,858 करोड़ रुपये की कुल बिकवाली की थी। नवंबर में यह राशि घटकर 39,315 करोड़ रुपये रह गई।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के सिद्धार्थ खेमका के अनुसार, एफआईआई ने दिसंबर की शुरुआत सकारात्मक तरीके से की है, जिससे बाजार की धारणा को काफी बढ़ावा मिला है।
उन्होंने कहा, अगले सप्ताह, हमें उम्मीद है कि निफ्टी में धीरे-धीरे तेजी जारी रहेगी, जो आरबीआई द्वारा सीआरआर में कटौती के बाद लिक्विडिटी में वृद्धि, सरकारी नीतियों के बारे में सकारात्मक समाचारों और एफआईआई प्रवाह की वापसी से प्रेरित है।
एफआईआई रणनीति में बदलाव स्टॉक प्राइस मूवमेंट विशेष रूप से बड़े-कैप बैंकिंग स्टॉक में नजर आ रहा है, जिनमें एफआईआई विक्रेता रहे हैं।
जानकारों ने कहा कि इस सेगमेंट में आगे बढऩे की गुंजाइश है क्योंकि यह उचित मूल्य पर है और उचित गति से बढ़ रहा है।
एफआईआई ने धीमी वापसी का संकेत दिया है। अक्टूबर और नवंबर में देखे गए लगातार बिकवाली के दबाव के बाद यह एक बड़ी राहत है। भारी एफआईआई बिकवाली के बावजूद, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के प्रवाह ने पिछले दो महीनों में बाजार को बचाए रखा।
इस बीच, आठ सप्ताह में पहली बार भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में मामूली 1.51 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई और 29 नवंबर को (आखिरी सप्ताह) ये 658.091 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
आरबीआई के साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार, 29 नवंबर को समाप्त सप्ताह के लिए, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 2.061 बिलियन डॉलर से बढ़कर 568.852 बिलियन डॉलर हो गई।
००

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More