कोरबा। हसदेव ताप विद्युत संयंत्र (एचटीपीएस) के स्विच यार्ड में लगी भीषण आग ने बिजली उत्पादन को ठप कर दिया है। इस घटना के चलते संयंत्र की दो यूनिट पूरी तरह से बंद हो गई हैं। प्रारंभिक आकलन के मुताबिक, आगजनी और महत्वपूर्ण उपकरणों को हुए नुकसान से तकरीबन 10 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान लगाया जा रहा है।
तीन यूनिट प्रभावित, 920 मेगावाट उत्पादन ठप
आगजनी की वजह से हसदेव विद्युत ताप परियोजना की तीन यूनिट प्रभावित हुई हैं, जिनमें यूनिट 3, 4 और 5 शामिल हैं। तकनीकी खराबी के चलते इन यूनिटों में बिजली उत्पादन रुक गया, जिससे 920 मेगावाट बिजली की आपूर्ति बाधित हुई। गर्मी के बढ़ते प्रभाव और मौसम विभाग द्वारा जारी यलो अलर्ट के बीच यह स्थिति बिजली संकट को और गहरा सकती है।

ट्रांसफार्मर जलकर खाक, बिजली संकट की आशंका
जानकारी के अनुसार, आग लगने के बाद इसकी लपटों ने बिजली संयंत्र के इंटरकनेक्टिंग ट्रांसफार्मर को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे यह पूरी तरह जलकर खाक हो गया। ट्रांसफार्मर के क्षतिग्रस्त होने के कारण संयंत्र में उत्पन्न बिजली को ग्रिड में भेजने से पहले उपयुक्त करंट में बदलने की प्रक्रिया बाधित हो गई है। यह तकनीकी दिक्कत बिजली आपूर्ति बहाल करने में बड़ी चुनौती बन सकती है।
एक यूनिट चालू, दो अब भी बंद
हसदेव ताप विद्युत गृह परियोजना के मुख्य अभियंता (सीई) प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि स्विच यार्ड में इंटरकनेक्टिंग ट्रांसफार्मर में आग लगने के कारण तीन यूनिटों का उत्पादन ठप हो गया था। कड़ी मशक्कत के बाद एक यूनिट को पुनः चालू कर दिया गया है, लेकिन दो यूनिट अब भी बंद हैं। विशेषज्ञों की टीम क्षति का आकलन कर रही है और मरम्मत कार्य जारी है।
राज्य में भीषण गर्मी और बिजली संकट की संभावना को देखते हुए अधिकारी जल्द से जल्द स्थिति सामान्य करने की कोशिशों में जुटे हैं।