नई दिल्ली । भारत और यूनाइटेड किंगडम ने उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य की समीक्षा की है। यह समीक्षा रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के दो दिवसीय लंदन दौरे के दौरान की गई। रक्षा सचिव ने यहां दोनों देशों की आर्मी, नौसेना और वायुसेना के बीच सैन्य संपर्क बढ़ाने पर भी विचार किया। ड्रोन, निगरानी, डिफेंस स्पेस और विमानन को लेकर भी यूनाइटेड किंगडम के साथ चर्चा की गई है।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह 16 और 17 अप्रैल को लंदन की आधिकारिक यात्रा पर थे। इस यात्रा में उन्होंने यूनाइटेड किंगडम के साथ वार्षिक द्विपक्षीय रक्षा वार्ता के लिए एक उच्च स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। यात्रा के दौरान, उन्होंने रक्षा के लिए स्थायी अवर सचिव डेविड विलियम्स के साथ 24वीं भारत-यूके रक्षा सलाहकार समूह की बैठक की सह-अध्यक्षता की। दोनों पक्षों ने उभरते क्षेत्रीय और वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य की समीक्षा के साथ-साथ रक्षा संबंधों को गहरा करने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता जताई है।
शुक्रवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चर्चा 2021 में घोषित व्यापक रणनीतिक साझेदारी और 2030 के रोडमैप के संदर्भ में हुई, जो दोनों देशों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाता है। रक्षा सचिव ने यूके के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जोनाथन पॉवेल के साथ भी बातचीत की, जिसमें तीनों सेनाओं के बीच सैन्य संपर्क का विस्तार करने को लेकर चर्चा हुई। यहां इस बातचीत में दोनों देशों के रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को मजबूत करने पर फोकस किया गया। रक्षा सचिव ने लंदन में यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल द्वारा आयोजित भारत-यूके रक्षा उद्योग गोलमेज सम्मेलन में प्रतिभागियों को संबोधित किया।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने यहां नौसेना प्रणाली, ड्रोन, निगरानी, डिफेंस स्पेस और विमानन जैसे प्रमुख रक्षा क्षेत्रों में भारतीय स्टार्ट-अप की बढ़ती क्षमताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने यूके की कंपनियों को इन भारतीय नवोन्मेषकों के साथ साझेदारी की संभावना तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने लागत प्रभावी और अत्याधुनिक समाधान देने की उनकी क्षमता पर ध्यान दिलाया। रक्षा सचिव ने यह भी कहा कि भारत भविष्य में उद्योग संपर्क बढ़ाने और औद्योगिक सहयोग रोडमैप विकसित करने के लिए यूके के रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है।
गौरतलब है कि इससे पहले भारत और इटली के बीच रक्षा सहयोग और रक्षा संबंधों पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई थी। यह चर्चा इटली की राजधानी रोम में हुई थी। भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने 14 और 15 अप्रैल को इटली की राजधानी रोम का आधिकारिक दौरा किया था। इस दौरान दोनों देशों ने समुद्री सहयोग, लाल सागर (रेड सी) और पश्चिमी हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिति पर विचार-विमर्श किया। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने अपनी यात्रा में इटली के रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेट्टो से भेंट की थी। इस बैठक में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए सार्थक चर्चा हुई।
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