बिलासपुर । पुलिस महकमे में आईजी रतन लाल डांगी का नाम और काम किसी परिचय का मोहताज नहीं। आईजी कार्यालय में पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए साफ कर दिया कि वो हर चुनौती का सामना करनें तैयार हैं जनता का पुलिस के प्रति विश्वास कायम रखने प्रयास जाएगा ताकि आने वाले समय में लोगों को पुलिस से किसी प्रकार की शिकायत ना हो। वहीं आईजी डांगी नियम कानून के मामले में काफी सख्त माने जाते है वही वे पीडि़तों की मदद करने के लिए हरपल तैयार रहते है। अपने पाठकों को बता दे कि आईजी ने पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद कुछ समय के लिए एक बैठक पुलिस अधीक्षकों के साथ की, इस बीच उन्होंने साफ साफ कहा कि किसी भी थाने की शिकायत आने पर सीधे कार्यवाही होगी, इसलिए पीडि़तों की मदद करे और उसकी बातों को गंभीरता से सुने। उन्होंने कहा कि अगर मेरे पास व्हाट्सप, ट्विटर, एसएमएस या फिर किसी ने फोन करके बताया कि फलां थाने में उसकी सुनवाई नही हो रही और थाने से भगाया जा रहा है तो टीआई से नही बल्कि एसपी से पूछा जाएगा। आईजी ने यहां तक कहा कि अगर रात को 2 बजे भी शिकायत आयी और उसे फारवर्ड किया गया तो उसका रिजल्ट भी तत्काल दिखना चाहिए,वही आईजी के पास एसएमएस, ट्विटर और व्हाट्सप के माध्यम से अवैध जुआ ,सट्टा, कबाड़ी, शराब बिक्री और कोयला के चोरी होने की खबर ज्यादा आयी है, जिसमे पीडि़तों नें निवेदन किया है कि शिकायत करने के बाद भी सुनवाई नही हो रही है। जबकि थाने के बगल में ही कुछ अवैध कारोबार हो रहा है। इसमे बिलासपुर रेंज के लगभग सभी जिले शामिल है, जहाँ से शिकायत आयी है। फिलहाल आईजी के सख्त निर्देश के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अब जिले के एसपी थानेदारों को अलर्ट करेंगे। या फिर किसी न किसी को आईजी की फटकार सुननी होगी या फिर कोई ना कोई थानेदार आईजी के निशाने पर आ जायेगा। बहरहाल मौका इंतजार का है सब्र का है कि क्या बढ़ते अपराध पर नए आईजी की पुलिसिंग रोक लगाने में कितना कामयाब होती है!