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6 जुलाई को वन होम, वन ट्री महाभियान, सभी घरों में लोग लगाएंगे पौधा

by admin

पिछले साल की तरह इस साल भी भिलाई  में वन होम वन ट्री महाभियान चलाया जा रहा है। पौधरोपण का यह सबसे बड़ा कैंपेन 6 जुलाई को होगा। इस अवसर पर सभी घरों में, शासकीय कार्यालयों में, सार्वजनिक स्थलों में पौधे रोपे जाएंगे। इस संबंध में आयुक्त महोदय ने अधिकारियों को निर्देशित करते कहा कि पिछले साल लोगों ने स्वतःस्फूर्त होकर पौधे लगाए थे। इसमें काफी संख्या में पौधे इस बार भी बचे हैं। इस बार भी हरियाली को सहेजने के लिए यह बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। आम जनता की बड़ी संख्या में भागीदारी से ही इतना बड़ा अभियान सफल हो सकता है अतएव लोगों के बीच जाएं और उनसे पौधे लगाने का आग्रह करें। आयुक्त ने कहा कि पौधों को रोपने के साथ ही इन्हें सहेजने के संबंध में भी लोगों को प्रेरित करें। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भी यह अभियान चलाया गया था और इनमें नागरिकों ने अपने घरों में भी पौधे लगाए।
*जो पौधे बच नहीं पाए, उनकी जगह पर दूसरे पौधे-* आयुक्त ने कहा कि अधिकांश पौधों की अच्छी वृद्धि हुई है लेकिन कुछ ऐसे पौधे भी होंगे जिन्हें बचाया नहीं जा सका होगा। ऐसे पौधों की जगह पर इस बार भी पौधा लगाएं। गुलमोहर, चंपा, कदंब के पौधों से रास्ते गुलजार होते हैं। इन्हें भी लगाएं।
*पौधे लगाने का सही तरीका भी बताया जाएगा वीडियो से-* आयुक्त ने कहा कि कभी-कभी पौधे लगाने का सही तरीका मालूम नहीं होने की वजह से भी पौधे जीवित नहीं रह पाते। इसके लिए जरूरी है कि लोगों को सही तरह से पौधा लगाना भी सिखाया जाए। इसके लिए वन विभाग द्वारा संक्षिप्त वीडियो बनाया जाएगा जिसके माध्यम से सही तरीके से पौधे लगाना सिखाया जाएगा।
*हर आफिस कैंपस में लगेंगे पौधे-* आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने कार्यालयों में पौधे लगाएं और इन्हें सहेजने की जिम्मेदारी भी लें। उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में भी इस दिन विशेष रूप से पौधरोपण किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों में मुनगा का रोपण हो। स्कूलों और अस्पतालों के कैंपस में भी पौधों का रोपण हो।
*सामाजिक संस्थाओं एवं  औद्योगिक समूहों से भी करेंगे पौधरोपण की अपील-* आयुक्त ने कहा कि आम नागरिकों की सहभागिता बहुत जरूरी है। इसके लिए सामाजिक संस्थाएं अहम भूमिका निभा सकती हैं। कोरोना काल में हमने देखा कि किस प्रकार प्रकृति को सहेजना बेहद जरूरी है इस प्रकार का मैसेज सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से आम जनता तक पहुँचे तो इसका बहुत फर्क पड़ता है।

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