रायपुर । नेत्रदान से कई लोगों के जीवन में उजाला लाया जा सकता है। कहा जाता है आँखों से कीमती कोई रत्न नहीं, इससे बड़ा कोई दान नहीं। नेत्रदान के प्रति आमलोगों के बीच फैल रही जागरूकता का ही परिणाम है कि जिला बलौदाबाजार-भाटापारा में विगत दो वर्षों मे 854 लोगों ने नेत्रदान की घोषणा की है। इनमें से 19 लोगो के द्वारा किए गए नेत्रदान से 38 लोगों के जीवन मेें रोशनी आई है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में 25 अगस्त से 8 सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
बलौदाबाजार जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि देश में दृष्टिहीनता एक बड़ी समस्या है। ऐसे मे अधिक से अधिक लोग नेत्रदान करें तो कई लोग दुनिया देख पाएंगें। इस पखवाड़े के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग समुदाय में जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को प्रोत्साहित कर रहा है । जिले के अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभारी एवं सिविल सर्जन ने बताया कि नेत्रदान पखवाड़ा में स्कूल ,कालेज के विद्यार्थियों ,विभिन्न विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधि सहित अन्य समुदायों में इसके लिए मीटिंग,परिचर्चा आदि के माध्यम से लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि नेत्र सहायक अधिकारी आँखों की जाँच कर रहे हैं । नेत्रदान किये व्यक्ति के परिजनों को विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर उनका आभार भी व्यक्त किया जाता है। डॉ अवस्थी ने नेत्रदान की प्रकिया के संबंध में बताया कि मृत्यु के 6 घंटे के भीतर नेत्रदान हो जाना चाहिए। एड्स, हेपेटाइटिस, कैंसर, रेबीज ,सेप्टीसीमिया ,टिटनेस जैसे बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति के नेत्र नहीं लिए जाते, जबकि चश्मा पहनने वाले एवं शुगर के मरीज नेत्रदान कर सकते हैं।