कांकेर । आदिवासी अंचलों में हाट बाजार की अपनी एक विशेष पहचान है। हाट-बाजारों में दूर-दूर से ग्रामीण आकर अपने दैनिक जीवन में उपयोग आने वाले सामग्रियों की खरीदी बिक्री करते है, आसपास में मिलकर सुख-दुख की बातें करते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आदिवासी अंचलों में ग्रामीणों के बीच हाट बाजार के महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की शुरूआत किया गया, जिसके तहत हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाकर ग्रामीणों का निःशुल्क उपचार किया जा रहा है, साथ ही उन्हें निःशुल्क दवाईयां दी जा रही है तथा गंभीर बिमारी होने की स्थिति में हायर सेंटर को रिफर किया जा रहा है ताकि उनका समुचित ईलाज हो सके। कांकेर जिले के हाट-बाजारों में भी इस योजना अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाकर संक्रामक एवं गैर संक्रामक रोगों का निःशुल्क ईलाज किया जा रहा है एवं मरीजों को निःशुल्क दवाईयां दी जा रही है, साथ ही आवश्यक चिकित्सा परार्मश भी दिया जा रहा है, जिलें में जून 2019 से अगस्त 2021 तक 92 हजार 910 मरीजों का निःशल्क उपचार किया जा चुका है तथा हाट-बाजारो में आयोजित शिविरों में ग्रामीणो को लगातार निःशुल्क ईलाज की सुविधा मिल रही है।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के तहत कांकेर जिले के 112 हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर ग्रामीणों को सर्दी, खांसी, बुखार, शुगर, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, मलेरिया जांच, गर्भवती महिलाओं की जांच, नेत्र विकार सहित मौसमी बीमारियो का निःशुल्क उपचार एवं चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। जिले के अंतागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत 15, नरहरपुर में 20, चारामा विकासखण्ड में 21, भानुप्रतापपुर में 15, दुर्गूकोंदल में 12, कांकेर में 12 तथा कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के 17 हाट-बाजारों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाकर मरीजो का उपचार एवं परार्मश दिया जा रहा है। जिले के हाट-बाजारों में जून 2019 से अगस्त 2021 तक 92 हजार 910 मरीजो का निःशुल्क उपचार किया जाकर चिकित्सा परामर्श दिया गया, साथ ही निःशुल्क दवाईयां भी दी गई है। बिमारी गंभीर होने की स्थिति में हायर सेंटर रिफर किया जाकर चिकित्सा परार्मश व ईलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है।
हाट-बाजार क्लिनिक के तहत भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के साप्ताहिक बाजार भैसाकन्हार (डू) में आज बुधवार को शिविर लगाकर 76 मरीजों का निःशुल्क उपचार किया गया एवं दवाईयां दी गई तथा चिकित्सा परामर्श दिया गया। शिविर में बीपी. शुगर, सर्दी, खांसी एवं बुखार के मरीजों का चिकित्सक डॉक्टर राजसिंह मण्डावी, विद्या कोड़ोपी, अमिता तेता द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया जाकर निःशुल्क दवाईयां दी गई एवं आवश्यक चिकित्सा परार्मश दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जे.एल उईके, भानुप्रतापपुर के एसडीएम जितेन्द्र यादव और बीएमओ डॉ. ए.के. ध्रुव ने इस स्वास्थ्य शिविर का आकस्मिक निरीक्षण किया एवं मरीजों से बातचीत कर उपचार के संबंध में जानकारी ली गई।