पोषण माह के अवसर पर छत्तीसगढ़ को कुपोषण-एनीमिया से मुक्त बनाने,लोगों में सुपोषण के प्रति जागरूकता और व्यवहार परिवर्तन लाने के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास विभाग और सहयोगियों द्वारा साइकिल साइकिल रैली का आयोजन किया गया था।


श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ में कुपोषण के प्रति जन-जन तक जागरूकता फैलाने पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। लोगों की जागरूकता के लिए आयोजित यह रैली छोटी है पर इसका संकल्प बहुत बड़ा है। छत्तीसगढ़ में बच्चों सेे कुपोषण और महिलाओं से एनीमिया दूर करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बधेल की पहल पर शुरू हुआ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान पूरे देश में उदाहरण है। बहुत खुशी और गर्व की बात है कि इस अभियान के कारण छत्तीसगढ़ में हर साल बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषण से मुक्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुपोषण मुक्ति हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। सभी प्रतिज्ञा ले कि हर व्यक्ति, परिवार, संस्था और समाज को इस कुपोषण मुक्ति के अभियान से जोड़ेंगे। जन-जन तक कुपोषण मुक्ति की आवाज पहुंचे, जिससे देश सेे कुपोषण और एनीमिया से ग्रसित नौनिहाल और महिलाओं से कुपोषण दूर हो सके। इसमें सरकार और विभाग के साथ सभी लोगों का सहयोग और भागीदारी जरूरी है, जिससे छत्तीसगढ सुपोषण और विकास की राह पर आगे बढ़े। इस अवसर पर श्री प्रमोद दुबे ने स्वच्छता और सुपोषण का संदेश देते हुए कहा कि अपने शहर का स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए सभी जागरूक रहें।


कार्यक्रम में बालिका गृह की बालिकाओं ने हरी झंडी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया। तिरंगे गुब्बारे छोड़ने के साथ रैली तेलीबांधा मरीन ड्राइव से शुरू होकर शास्त्री चौक, मेकाहारा, भारत माता चौक होते हुए वापस मरीन ड्राइव पहुंची। सुपोषण जागरुकता रैली में रायपुर शहर के सभी साइकिल राइडर्स ग्रुप, पुलिस प्रशासन,स्कूल एवं कॉलेज के छात्र- छात्राओं, एन.एस.एस.,खेल एवं युवा कल्याण विभाग, विभिन्न खेल संघों के प्रतिनिधिगण, एन.आर.डी.ए., अंतराष्ट्रीय संस्थाओं जैसे यूनिसेफ, वर्ल्डविशन, एविडेंस एक्शन,कॉमन सर्विस सेंटर, न्यूट्रीशन इंटरनेशनल, डीकोथलन सहित व्यापारिक संगठनों का सहयोग रहा।