लखनऊ। प्रियंका गांधी के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सोमवार को गांधी प्रतिमा स्थल पर जुटे। लखीमपुर खीरी प्रकरण में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांग्रेस ने गांधी प्रतिमा पर मौन प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान प्रियंका के साथ कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी मौजूद हैं। मौन व्रत शुरू करने से पहले कांग्रेस महासचवि ने कहा क िकिसानों के साथ घटी ह्रदय विदारक घटना में सरकार आरोपियों को बचाने में लगी रही, ऐसा कभी नही हुआ जैसा भाजपा राज में हो रहा। प्रयिंका ने कहा क ियोगी सरकार उम्भा, हाथरस, उन्नाव, गोरखपुर लखीमपुर में आरोपियों के साथ खड़ी है।
कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार, प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, आराधना मिश्रा, दीपक सिंह सहित कार्यकर्ता भी धरने पर बैठे हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर बेहद सक्रिय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को लखनऊ में बड़े अभियान पर उतरीं। वाराणसी में रविवार को किसान न्याय रैली को संबोधित करने वाली उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अब लखनऊ के हजरतगंज में जीपीओ पार्क प्रांगण में गांधी प्रतिमा के पास मौन व्रत पर बैठ गईं हैं। इससे पहले प्रियंका गांधी का राजभवन के बाहर दस बजे से मौन व्रत पर बैठने का कार्यक्रम था। लखनऊ में प्रियंका गांधी के मौन व्रत कार्यक्रम से पहले ही पुलिस काफी सजग हो गई है। कांग्रेस के प्रदर्शन से पहले यहां पर पुलिस फोर्स तैनात है। गांधी प्रतिमा के आसपास अधिक संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद है। यहां पर कांग्रेस प्रदर्शन को देखते हुए गांधी फोर्स लगाई गई। पुलिस के जवान भी गांधी प्रतिमा पर मौजूद हैं।
लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को सिंह में चार किसान सहित आठ लोगों की मृत्यु के मामले में कांग्रेस की मांग मंत्री की बर्खास्तगी की है। मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू की शनिवार को गिरफ्तारी के बाद अब कांग्रेस की मांग मंत्री की बर्खास्तगी की है। अब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से अजय कुमार मिश्रा को मंत्री को पद से हटाने की मांग करेंगे। माना जा रहा है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को यह लोग अपनी मांग का ज्ञापन भी सौपेंगे। लखीमपुर की घटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश कांग्रेश कमेटियों को 11 अक्टूबर को राजभवन या केंद्र सरकार के कार्यालयों के बाहर मौन व्रत धारण करने के लिए पत्र भेजा था।