रांची । अब उन्हें यात्रा के दौरान घर से ही खाने-पीने के सामन साथ लाने की जरूरत नहीं है क्योंकि कोविड 19 के 18 माह बाद बंद कैटरिंग सुविधा एक बार फिर से शुरू हो रही है। रेलवे की इस पहल के बाद निजी वेंडरों से ही यात्रियों को पैक्ड फूड का वितरण किया जाएगा। इसके लिए रेल मंत्रालय द्वारा इन पहलुओं पर समीक्षा की गई है। आपको बता दें कि दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल से हर दिन दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल से हर दिन लगभग 40 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होता है और अधिकतर ट्रेनों में खानपान के लिए पेंट्री कार की सुविधा भी उपलब्ध है। कोविड 19 के देश में प्रसार के साथ ही लॉकडान के कारण यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। लेकिन पहले वेव से सेकेंड वेव के बीच जब स्थिति थोड़ी सामान्य हुई तो रेलवे ने यातायात सेवाओं को धीेर-धीरे बहाल करना शुरू किया।
अब तक 1700 मेल, एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों को वापस
रेलवे की ओर से अब तक आईआरसीटीसी के वेंडर ही यात्रियों को अधिकृत रूप से खाना परोस रहे थे। इसके अनुरूप कई निजी वेंडर भी अलग-अलग स्टेशनों पर मनमाने कीमत पर खाने की सप्लाई कर हे थे। रेलवे को इस संबंध में लगातार शिकायतें भी मिल रही थी। सूत्रों की माने तो रेल मंत्रालय ने मामले में गंभीरता से विचार करने के बाद खानपान सेवा को फिर से बहाल करने का विकल्प चुना ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। तक 1700 मेल, एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों को वापस पटरी पर उतारा जा चुका है। हालांकि इसके बावजूद ट्रेनों में कैटरिंग सेवा अब तक शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में केंद्र सरकार 100 करोड़ की आबादी को वैक्सीन सेवा दिए जाने के बाद इस दिशा में फिर से पहल कर रही है।

आईआरसीटीसी वर्तमान में देश भर में संचालित ट्रेनों में खानपान की सेवा देती है। लेकिन कोविड 19 के कारण इन सारी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। आपको बता दें कि आईआरसीटीसी बीएसई में लिस्टेड कंपनी है। खाद्य सेवा पर रोक लगने का असर आईआरसीटीसी को शेयर बाजार में देखने को मिला। कंपनी के शेयर में काफी गिरावट देखने को असर आईआरसीटीसी को शेयर बाजार में देखने को मिला। कंपनी के शेयर में काफी गिरावट देखने को मिली। आईआरसीटीसी में रेल मंत्रालय की पेरेंटस कंपनी है। ऐसे में रेल मंत्रालय ने भावी नुकसान से बचने के लिए ट्रेन में कैटरिंग सेवा फिर से शुरू करने का निर्णय लिया। आपको बता दें कि रेलवे की पैसेंजर एमनेस्टी कमेटी लगातार कई रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण कर रही है। जो यात्रियों और रेल कर्मचारियों से फीडबैक भी ले रही है। जिसमें उन्हें ट्रेनों में कैटरिंग सेवा को फिर से बहाल करने, एसी क्लास में कंबल, चादर, तकिया की सुविधा को शुरू करने की मांग की थी।