भिलाई / दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया छ.ग राज्य के महिला प्रकोष्ठ और भिलाई शाखा के पदाधिकारियो द्वारा संविधान निर्माता डा.बाबासाहेब आम्बेडकर के पिताजी सूबेदार रामजी सकपाल आम्बेडकर की पुण्य तिथि के अवसर पर उनके छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई /
श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया छ.ग राज्य के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भारती खांडेकर ने कहा कि अंग्रेजो के शासन काल और घोर छुआछूत के दौर मे भी सूबेदार रामजी सकपाल आम्बेडकर ने अपने मेधावी पुत्र की शिक्षा के प्रति उनकी जिज्ञासा व रूचि को देखते हुए आर्थिक विषमता के बावजूद स्कूल मे प्रवेश दिलाया और उन्हे अच्छी शिक्षा दीक्षा दी /
सूबेदार रामजी के अदम्य साहस और त्याग के कारण ही बालक भीमराव उच्च शिक्षित होकर गुलाम भारत के श्रम मंत्री और स्वतंत्र भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश के संविधान निर्माता व प्रथम कानून मंत्री भी बने। अपने ज्ञान के बल पर उन्होने करोड़ो सामान्य वर्ग के विद्वानो के बीच अपनी विद्वता का लोहा मनवाया। अन्य पदाधिकारियो द्वारा भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सूबेदार रामजी को सफल पिता व त्यागपुरूष बताया गया