भिलाई । नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत कचरा के बेहतर निष्पादन के लिए एसएलआरएम सेंटर संचालित किए जा रहे है जिसका आज निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने निरीक्षण किया। जोन 01 नेहरूनगर स्थित एसएलआरएम सेंटर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के आने वाले कचरे के पृथकीकरण की प्रक्रिया और बेलिंग मशीन को देखे और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। एसएलआरएम सेंटर में कचरो के निष्पादन को बेहतर तरीके से करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान निगम आयुक्त ने एसएलआरएम सेंटर में कचरो का पृथकीकरण एवं बेलिंग मशीन में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को एप्रॉन, दस्ताना, जूते एवं मास्क जैसे सुरक्षा संबंधी कीट का उपयोग करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए।
झिल्ली, पन्नी, प्लास्टिक आदि के कचरे को नियंत्रित करने एसएलआरएम सेंटर में निरंतर कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि महापौर नीरज पाल ने स्वच्छ एवं सुंदर भिलाई की परिकल्पना के तहत स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए है। भिलाई निगम क्षेत्र से प्रतिदिन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के माध्यम से बहुतायत मात्रा में झिल्ली, पन्नी का कचरा निकलता है। इन कचरे को निगम के नेहरू नगर एसएलआरएम सेंटर में एकत्रित कर कचरों का पृथकीकरण के बाद सूखे कचरे से प्राप्त पॉलीथीन को बेलिंग मशीन से बंडल बनाकर निष्पादन हेतु भेजा जा रहा है। इसी तरह गीले कचरो का पृथकीकरण के बाद एसएलआरएम सेंटर में सोनहा खाद नामक खाद बनाया जा रहा है। इसे खाद के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। इस कार्य में तेजी आने के बाद अब निगम क्षेत्र में पॉलीथीन के कचरों का ढेर भी अब नजर नहीं आता। निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे ने कचरे के पृथकीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि निगम प्रशासन द्वारा संचालित एसएलआरएम सेंटर में संपूर्ण निगम क्षेत्र से भारी मात्रा में निकलने वाले कचरे को वहां एकत्रित करने के बाद सभी तरह के गीले एवं सूखे कचरे को अलग अलग पृथक किया जाता है। गीले कचरों को पृथक करने के बाद जैविक खाद बनाया जाता है, इसी प्रकार लोहा, टीना, प्लास्टिक, कांच, लकड़ी, व कपड़े के सूखे कचरे का पृथक किए जाने के बाद रिसायकल की प्रक्रिया के लिए भेजा जा रहा है।