लखनऊ । विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति को चुनाव लड़ रहे यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस बार का राष्ट्रपति चुनाव
असाधारण किस्म का है। वह इसलिए क्योंकि देश में जो हालात हैं उससे समाज कई हिस्सों में बंट गया है। बड़ी
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हो जाते हैं। देश में अशांत और असाधारण स्थिति है। संविधान के मूल्य
खत्म किए जा रहे हैं। अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक दिन संविधान अर्थहीन हो जाएगा।
यशवंत सिंहा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का समर्थन प्राप्त करने के लिए दोपहर बाद लखनऊ पहुंचे। वे सीधे
सपा कार्यालय पहुंचे। वहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चैधरी की मौजूदगी में
प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो सिर्फ और सिर्फ संविधान के प्रति उत्तरदायी रहेंगे। उन्होंने
कहा कि विपक्ष ने संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए मुझे राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। यशवंत सिन्हा
ने कहा कि लखनऊ से मेरा गहरा नाता रहा है। मुलायम सिंह यादव के दीर्घायु होने की कामना करता हूं। चैधरी
अजित सिंह से भी मेरे अच्छे संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने लखनऊ को अपनी
कर्मभूमि बनाया लेकिन अफसोस है कि आज उनकी पार्टी कहां से कहां पहुंच गई है। इससे पूर्व सपा कार्यालय में
रालोद व सपा के विधायकों की बैठक हुई लेकिन सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक नहीं रहे। माना जा
रहा है कि सभासपा राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के साथ रहेगी जबकि इसके 6 विधायक गठबंधन से जीतकर आए
थे।
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