Home » स्वेच्छा से हर जन फहराये खादी का तिरंगा : अखिलेश

स्वेच्छा से हर जन फहराये खादी का तिरंगा : अखिलेश

by Bhupendra Sahu

लखनऊ । सपा प्रमुख व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताते हुए स्वेच्छा से प्रत्येक नागरिक से खादी का बना तिरंगा फहराने के लिए कहा है। रविवार को जारी बयान में अखिलेश ने कहा कि इतिहास में इन तिथियों का विशेष महत्व है। आगे कहा कि 8 अगस्त 1942 की रात में बंबई के ग्वालियर टैंक मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो के प्रस्ताव के साथ करो या मरो का मंत्र दिया था। गांधी जी ने कहा था या तो अब हम आजाद होंगे या फिर अपना बलिदान दे देंगे। अंग्रेजों ने क्रूर दमनचक्र चलाते हुए 9 अगस्त 1942 से गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी। अंग्रेज सोचते थे कि वे दमन से आजादी की आवाज को दबा देंगे। लेकिन पहले से सतर्क समाजवादी नेताओं ने आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेकर आंदोलन को देशव्यापी बना दिया।

जयप्रकाश नारायण, डॉ.राममनोहर लोहिया, और अरूणा आसफ अली के साथ ऊषा मेहता आदि ने आजादी के लिए जो अलख जगाई उसके फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिल सकी। अखिलेश ने कहा कि आजादी के इस महान यज्ञ में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की उपेक्षा की जा रही है। खेद की बात है कि इतिहास को विशेष दृष्टिकोण से बदलने की साजिशें हो रही है। कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत उतार-चढ़ाव आया हैं। सत्ता में आई भाजपा ने स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और आदर्शों को भुला दिया है। गांधी जी राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते थे। इसकी शुचिता के लिए साध्य साधन की पवित्रता पर जोर देते थे। आज की राजनीति सत्ता पाने और सत्ता का उपभोग करने का माध्यम बन गई है। इसलिए भाजपा की चालबाजी से हमें सावधान रहना होगा। सपा प्रमुख ने कहा कि हमारी पार्टी महात्मा गांधी, डॉ. राममनोहर लोहिया और डॉ. आंबेडकर के आदर्श मानकों को अपनाते हुए गांव-गरीब को प्राथमिकता में रखकर चल रही है। अन्याय और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही है। समाजवादी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जनकल्याण को सर्वोपरि रखकर योजनाओं को साकार किया। आज भी वह समाजवाद, लोकतंत्र और पंथनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है और संविधान की उद्देशिका को सम्मान देती है। राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के साथ हमें उन संकल्पों को भी दुहराना होगा जिनको सार्थक करने के लिए लाखों लोगों ने अपना सब कुछ बलिदान कर दिया था।
00

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More