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कप्तानी का मौक़ा मिला तो ख़ुशी से लेना चाहूंगा : हार्दिक

by Bhupendra Sahu

लॉडरहिल। हार्दिक पांड्या ने कप्तानी में यादगार शुरुआत की है। आईपीएल में उन्होंने गुजरात टाइटंस को पहले ही सीजऩ में ख़िताब जिताया और अब भारत की टी20 टीम के साथ तीन मैचों में अपनी तीसरी जीत हासिल की। हार्दिक का कहना है वह भविष्य में स्थायी कप्तानी के लिए तैयार होंगे। फ़्लोरिडा में भारत के वेस्टइंडीज़ पर 4-1 की सीरीज़ जीत के बाद उन्होंने कहा, क्यों नहीं, अगर मुझे कप्तानी का मौक़ा मिलेगा तो मैं इसे ख़ुशी से लेना चाहूंगा। फि़लहाल हमें एशिया कप पर ध्यान देना है। हम उसी पर फ़ोकस करना चाहते हैं। बतौर टीम हमारी यही कोशिश रहती है कि हम निरंतर सुधार भी करें और खेल का आनंद भी लेते रहें।

पांचवें टी20 में नियमित कप्तान रोहित शर्मा सहित कई खिलाडिय़ों को आराम दिया गया था और इसके बावजूद भारत ने मैच 88 रनों से जीता। यह भारतीय टीम के लिए टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में संयुक्त रूप से चौथी सबसे बड़ी जीत थी। भारत ने इस साल सात कप्तानों का प्रयोग किया है। वेस्टइंडीज़ और यूएसए के दौरे से पूर्व उपकप्तान के रूप में हार्दिक ने ऋषभ पंत की जगह ली थी। रोहित ने हाल ही में टीम में कप्तानी के विभिन्न दावेदारों के आगे आने पर संतुष्टि जताई थी। उन्होंने कहा, एक टीम में आपके आस-पास इतने सारे नेतृत्व करने वाले साथियों का होना एक अच्छा संकेत है। आप चाहते हैं आपके खिलाड़ी दबाव को संभाले, मैच को पढऩा सीखें और एक दूसरे के साथ सही तालमेल बिठा सकें। यह सारी चीज़ें आप कप्तानी करते वक़्त सीखते हैं।हम सब आईपीएल भी खेलते हैं जहां 10 टीमें हैं तो किसी भी वक़्त भारतीय दल में 10 कप्तान वैसे भी होते हैं। मेरे लिए काम आसान ही बनता है क्योंकि इन के मन में भी अच्छे सुझाव आते हैं। उसको स्वीकारना और समझना मेरा काम बन जाता है।
भारत ने 2021 विश्व कप के बाद अपने पिछले सात टी20 सीरीज़ में से छह जीते हैं और साउथ अफ्ऱीका के ख़िलाफ़ एक सीरीज़ बारिश के कारण 2-2 पर समाप्त हुई थी । हार्दिक के अनुसार इस निरंतरता के मुख्य कारण है भारतीय क्रिकेट में प्रतिभा की अपार गहराई, और टीम प्रबंधन द्वारा खिलाडिय़ों को दी गई सुरक्षा।
हार्दिक ने कहा, हमारे पास प्रतिभा की कमी नहीं और हम सबको आज़ादी के साथ खेलने का अवसर मिल रहा है। यह एक नया इंडिया है जो मैदान पर खेल रहा है। सारे खिलाड़ी परिणाम की सोच छोड़कर ख़ुद को मैदान पर व्यक्त कर रहे हैं। यह हमें और ख़तरनाक बनाता है क्योंकि हमारे पास खोने को कुछ भी नहीं है। इसका श्रेय टीम प्रबंधन और सारे खिलाडिय़ों को जाता है क्योंकि हम सबने मिलकर ऐसा माहौल बनाया है जहां चयन या ड्रॉप होने के भय के बिना आज़ादी से खेल रहे हैं।अगर तैयारी या माहौल के दृष्टिकोण से देखें तो हम 100 प्रतिशत तैयार हैं। फिर भी यह ज़रूरी है कि आप हर अनुभव से कुछ सीखें ताकि जब सही मौक़ा आए तब आप देश के लिए जीतने का आनंद ले सकें।
रविवार का मैच पुरुष टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहला अवसर था जब एक पारी के सारे विकेट स्पिन गेंदबाज़ों ने लिए। काइल मेयर्स की ग़ैरमौजूदगी में हार्दिक ने नई गेंद अक्षर पटेल को थमाई और उन्होंने पावरप्ले में ही मेज़बान के शीर्ष तीन बल्लेबाज़ों को आउट किया। बाक़ी के सात विकेट रवि बिश्नोई और कुलदीप यादव के रिस्टस्पिन जोड़ी के नाम रहे।
हार्दिक ने कहा, मैं अक्षर को नई गेंद देना चाहता था, और यह भी चाहता था कि वह अपने आत्मविश्वास को फिर से खोजकर बीच में कुछ किफ़ायती ओवर भी डालें। जब वह किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हैं तो विकेट निकालने के मौक़े बनाते हैं। और दोनों रिस्टस्पिनर को तो कम ही बल्लेबाज़ पढ़ पाते हैं। विकेट ने हमें दिखाया कि स्पिन एक बड़ा कारक होने वाला था। वह (स्पिनर) विकेट लेते रहे और मुझे कुछ नहीं करना पड़ा।
भारत के लिए टी20 क्रिकेट का अगला कार्यक्रम संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 27 अगस्त से शुरू होने वाला एशिया कप है। हार्दिक के अनुसार इस टूर्नामेंट के लिए चुने जाने वाली टीम लगभग टी20 विश्व कप में भी भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।उन्होंने कहा, अगर तैयारी या माहौल के दृष्टिकोण से देखें तो हम 100 प्रतिशत तैयार हैं। फिर भी यह ज़रूरी है कि आप हर अनुभव से कुछ सीखें ताकि जब सही मौक़ा आए तब आप देश के लिए जीतने का आनंद ले सकें।
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