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गांव के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार में बनी : पीयूष गोयल

by Bhupendra Sahu

नई दिल्ली। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती की जयंती पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने डॉक्टर विष्णु मित्तल की पुस्तक ऐसे थे भारत के गांव का विमोचन किया। पीयूष गोयल ने कहा है कि गांव के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार में बनी हैं और इसका सीधा लाभ आम जनता को मिला है। गोयल ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समस्याओं के समाधान में यकीन करते हैं। गोयल ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी पहले के प्रधानमंत्री की तरह नही हैं जो यह कहकर हाथ खड़े कर देते थे कि सौ रुपया भेजते हैं तो नीचे तक पंद्रह रुपए ही पहुंचता है। बल्कि पीएम मोदी जो कहते हैं वह शत प्रतिशत नीचे तक पहुंचता है।

गोयल ने कहा कि 2014 के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कमान संभाली तो उन्होंने कहा कि जब तक गांव के हर एक गरीब गुरवे को स्वावलंबी नहीं बनाया जाए तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है इसीलिए उन्होंने देश के 40 करोड़ युवाओं का खाता खुलवाया और जिसमें महिलाओं को खाता खुलवाने पर विशेष जोर दिया गया और इस वजह से गांव के लोग भी मुखर होकर काम करना शुरू किया जिसकी वजह से छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिला और देश की प्रगति में अपना योगदान दिया।गोयल ने कहा कि मोदी सरकार में 25 लाख करोड़ रुपए देश के गरीब जरूरतमंद तक विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के तहत सीधे उनके खातों तक पहुंचे हैं। गांधी स्मृति के सत्याग्रह मंडप में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, प्रख्यात पत्रकार राम बहादुर राय, सांसद रामबीर विधूड़ी, बिजेंद्र गुप्ता सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित थे।

पीयूष गोयल ने कहा कि नरेंद्र मोदी आज योजनाओं की घोषणा ही नही करते बल्कि उसका शत प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि गांव पर लिखी गई डॉक्टर विष्णु मित्तल की पुस्तक हम जैसे लोगों के लिए बहुत लाभदायक है जिनका जन्म गांव में हुआ और अधिकांश जीवन शहरो में बीता है।प्रख्यात पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा देश के ग्रामीण और पंचायत मंत्रियों को यह पुस्तक पढऩी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी होते तो उन्हे भी बहुत प्रसन्नता होती। पीयूष गोयल ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से लेखक ने गांवों की धरोहर और भारत की देशज ज्ञान परंपरा को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पुस्तक के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि गांव हमारी जिंदगी की ऐसी धरोहर हैं, जिन्हें शहर का हर व्यक्ति शिद्दत से याद करता है और जिंदगी की भागदौड़ से जब भी उसे थोड़ा सा वक्त मिलता है तो वह अपने गांव की ओर लौटने की ख्वाहिश रखता है।

विशिष्ट अतिथि, वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने गांव से जुड़े महत्वपूर्ण और अनछुए विषय को उठाने के लिए पुस्तक के लेखक डॉ. विष्णु मित्तल की तारीफ की और उम्मीद जतायी कि यह पुस्तक ऐसे हर व्यक्ति की आवाज बनेगी, जो अपने गांव की धरोहर, परंपराओं और जीवन शैली को संजों कर रखना चाहता है। इस अवसर पर प्रभात प्रकाशन के निदेशक, प्रभात कुमार और पीयूष कुमार,समेत साहित्य और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े कई उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में किताब के लेखक डॉ. विष्णु मित्तल सभी गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया।

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