नई दिल्ली । कारोना महामारी के बाद देश में मांग में वृद्धि दर्ज होने के कारण भारत ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। इस दौरान घरेलू शेयर बाजार में पिछले वर्ष की तुलना में मामूली गिरावट रही। सबसे ज्यादा कमजोरी रुपये में दिखी, जो इस अवधि में दस प्रतिशत तक टूट गया। इन सबके बावजूद फोर्ब्स की 2022 की लिस्ट के अनुसार भारत के सौ सबसे अमीर लोगों की संपत्ति में 25 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है और उनका कुल नेटवर्थ 800 बिलियन डॉलर (लगभग 80 हजार करोड़ रुपये) को पार कर गया है।
भारत के अमीरों की संपत्ति में यह इजाफा मुख्य रूप से इन्फ्रास्ट्रक्चर टायकून गौतम अदाणी की संपत्ति में रिकॉर्ड वृद्धि के कारण दर्ज की गई। 2008 के बाद पहली बार भारतीय के सौ अमीरों की लिस्ट के शीर्ष नाम में बदलाव हुआ है। वर्ष 2021 में अदाणी की संपत्ति में तीन गुना इजाफा हुआ हुआ था। इस वर्ष उनकी संपत्ति दोगुनी वृद्धि के साथ 150 बिलियन डॉलर पर पहुंच गई है और वे देश के सबसे अमीर व्यक्ति बनने के साथ ही पूरी दुनिया के दूसरे सबसे धनवान व्यक्ति बन गए हैं। डॉलर और प्रतिशत दोनों ही मापदंडों पर उनकी संपत्ति में इस वर्ष सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। अदाणी ने घोषणा की है कि वे अगले एक दशक में 100 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे, इस निवेश का 70 फीसद हिस्सा ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में होगा।