नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सदन में बताया कि विशेषज्ञ समिति ने कोरोना वायरस के लिए नाक से दिए जाने वाले नेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। यानी आने वाले दिनों में किसी भी व्यक्ति को इंजेक्शन की जरूरत नहीं होगी और बस नाक में ड्रॉप डालो और फायदा हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 28 नवंबर को भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने घोषणा की थी कि इनकोवैक नाक से खुराक देने वाली (बगैर सुई के) दुनिया की पहली कोविड वैक्सीन बन गई है। इसे इंट्रानेजल कोविड वैक्सीन कहा जाता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोविड महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों के बारे में संसद के दोनों सदनों में स्वत: वक्तव्य देते हुए कहा कि देश में स्वास्थ्य ढांचे की स्थिति अच्छी है तथा जरूरी दवाओं और आक्सीजन तथा अन्य उपकरणों का पर्याप्त भंडार है।
सदस्यों के स्पष्टीकरण का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि देश इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और वह स्वयं विश्व स्वास्थय संगठन के संपर्क में हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत की जांच की जा रही है और जरूरत पडऩे पर इसे अनिवार्य भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश के सभी बड़े अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र काम कर रहे हैं और उन पर नजर रखी जा रही है।