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भारत की फौज दुनिया की सबसे ताकतवर फौज : जेपी नड्डा

by Bhupendra Sahu

गाजीपुर । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में भूतपूर्व सैनिकों के साथ संवाद किया एवं उन्हें सम्मानित किया। इससे पहले नड्डा ने वाराणसी स्थित श्री काल भैरव जी का दर्शन किया एवं विधिवत पूजा-अर्चना की। ततपश्चात उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ धाम मंदिर में बाबा विश्वनाथ जी का दर्शन-पूजन किया और उत्तर प्रदेश सहित समग्र राष्ट्र की सुख, शांति और समृद्धि की मंगलकामना की। इसके बाद वे अपने लोक सभा प्रवास कार्यक्रम के तहत गाजीपुर रवाना हुए।

गाजीपुर पहुँचने पर उन्होंने सबसे पहले कुर्था गांव में पवहारी बाबा आश्रम में पूजन-अर्चन किया। इसके पश्चात् उन्होंने बंसी बाजार स्थित नंद रेसीडेंसी में भूतपूर्व सैनिकों के साथ संवाद किया एवं उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम में उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, अन्नपूर्णा देवी और कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। नड्डा ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उस धरती पर आने का मौका मिला है, जिससे परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद जी का संबंध है। मैं इस महान धरा को नमन करता हूं। मैं इस बात से गौरवान्वित होता हूं कि भारत की फौज दुनिया की सबसे ताकतवर फौज मानी जाती है। किसी भी प्रकार के संकट में भारतीय जवानों ने अपने जीवन को पूरी तत्परता से लगाया है और हमारी तथा सीमा की सुरक्षा की है।

आज फौज और सीमा की दृष्टि से भारत वह भारत नहीं है जो पिछली कांग्रेस सरकार में था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़े और कड़े फैसले लेकर देश और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की है।जेपी नड्डा ने कहा कि पाकिस्तान अलग-थलग हो चुका है क्योंकि दुनिया को समझ आ गया है कि आतंकवाद की जननी कौन है। साथ ही दुनिया ये भी सुमझ चुकी है कि भारत ने किस तरह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी है। सबसे बड़ा बदलाव जो मोदी सरकार में हुआ है, वह यह है कि हमारी विदेश नीति आज हमारे रक्षा बलों का समर्थन करती है। प्रधानमंत्री ने दुनिया को बता दिया है कि भारत न तो किसी तरह के आतंकवाद का समर्थन करता है और न ही इसे बर्दाश्त करेगा। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार में एक डिफेंस मिनिस्टर हुए ए. के. एंटनी जिन्होंने बाकायदा संसद में बयान दिया था कि सीमावर्ती क्षेत्र को इसलिए अविकसित रखते हैं कि यदि हमारी सीमा अविकसित रहेगी तो वह सुरक्षित रहेगी। जऱा सोचिये, यह क्या नजरिया है? ऐसे देश चलता है क्या? आपके आंखें बंद कर लेने से दुश्मन तो अपनी आंखें बंद नहीं करेगा। चीन अपनी ओर सीमा पर सड़क बना रहा था और भारत में घुसपैठ की फिराक में था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच ने उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया। आज सीमावर्ती क्षेत्रों में भारत तेज गति से विकास कर रहा है। 2014 से 2022 तक सीमा पर लगभग 3,000 किमी ऑल वेदर रोड बना दी गई है। कई पुल बनाए गए हैं, रोपवे बनाए जा रहे हैं।

हजारों फीट की उंचाई पर भी सड़क बनाए गए हैं।जेपी नड्डा कहा कि हमारे फौजी भाई मुसीबत में पड़े रहे लेकिन कांग्रेस को इसकी कोई चिंता नहीं थी। कांग्रेस की यूपीए सरकार में कोई भी डिफेंस डील्स नहीं हुई, सेना के साजोसामान की कोई खरीद नहीं की। कांग्रेस की सरकारों में जो भी डिफेंस डील्स हुई, सब में घोटाले किये गए। कांग्रेस के कार्यकाल में पनडुब्बी खरीद में घोटाला, हेलिकॉप्टर खरीद में घोटाला, फाइटर जेट खरीद में घोटाला और यहाँ तक कि बुलेटप्रूफ जैकेट खरीद में भी घोटाला हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद सेना को हर तरह से सुसस्ज्जित किया गया। राफेल का बेड़ा आया, हेलिकॉप्टर आये। रक्षा से संबंधित विकास की योजनायें बनीं और अब भारत रक्षा सामग्री और रक्षा उपकरणों का निर्यात भी कर रहा है। हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी लगभग 8 गुना बढ़ा है। 2014 में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट महज 1941 करोड़ रुपये था जो कि आज बढ़ कर लगभग 1,2000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। वर्ष 2020-21 की तुलना में इसमें लगभग 54.12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। आज देश में ही आईएनएस विक्रांत बना है और यह भारतीय नौसेना में भी हुआ है। मल्टीरोल हेलीकॉप्टर एलसीएच प्रचंड बनाने की तैयारी हो रही है। बड़ोदरा में ष्ट-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बन रहा है जो पूरी तरह से स्वदेशी होगा।

आज रक्षा बजट का एक बहुत बड़ा हिस्सा डिफेंस प्रोक्योरमेंट पर हो रहा है ताकि रक्षा उत्पाद को प्रोत्साहन मिल सके। अब डिफेंस के लगभग 300 सामान भारत में बनेंगे। इससे दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता कम हो जायेगी।जेपी नड्डा ने कहा कि अभी पिछले साल तक नेवी के झंडे में सेंट जॉर्ज का क्रॉस था, अब उसकी जगह पर छत्रपति शिवाजी की मुहर है। नेशनल वॉर मेमोरियल वर्षों से लंबित था लेकिन पहले की सरकारों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं जिन्होंने नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण कराया। आज दुनिया हमारे वीर नायकों को याद कर रही है। डिफेंस कॉरिडोर उत्तर प्रदेश में बन रहा है। ये सिर्फ डिफेंस कॉरिडोर नहीं होगा, बल्कि ये उत्तर प्रदेश के विकास का पावर हाउस होगा। बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर इसमें जुड़ेगा तो और बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा। नड्डा ने कहा कि पहले ग्रिम मोर्चे पर तैनात हमारे सैनिकों को दुश्मन की गोली का जवाब देने से पहले आदेश का इंतजार करना पड़ता था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के जवान गोली का जवाब गोले से दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हर दिवाली सीमा पर जवानों के साथ मनाते हैं। ये संदेश है कि सीमा पर देश के जवान अकेले नहीं हैं बल्कि उनके साथ देश के प्रधानमंत्री हैं और देश की 130 करोड़ जनता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि जब फौज ताकतवर बनता है, तब देश ताकतवर बनता है और देश की सुरक्षा अक्षुण्ण रहती है।जेपी नड्डा ने कहा कि आज हमारी सेना विश्व स्तर पर सबसे मजबूत सेनाओं में से एक है। कोई भी संकट हो, प्राकृतिक आपदा हो या सीमाओं की सुरक्षा, आप सभी ने समर्पण के साथ देश की सेवा की है, जिसने सभी भारतीयों को सुरक्षा की भावना प्रदान की है। कांग्रेस की सरकारों में आतंकी हमले होते थे लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती थी लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार में कायराना आतंकी हमलों का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के जरिए दिया गया।

इससे भारत ने पूरी दुनिया को संदेश दिया कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कुशल रणनीति के बल पर धारा 370 भी धाराशायी हुआ और जम्मू-कश्मीर सही मायने में भारत का अभिन्न अंग बना। नड्डा ने भूतपूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद की स्थिति पहले क्या थी, यह सबको मालूम है। कभी काशी में कचहरी में ब्लास्ट होता था तो कभी संकट मोचन मंदिर में। लेकिन, आज आतंकवाद पर काबू पाया गया है, आतंकवादियों पर नकेल कसी गई है। आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। मैं आप सबसे निवेदन करना चाहता हूं कि इन फसली बटेरों से जरा सावधान रहिएगा। कांग्रेस की सत्ता जब जाने वाली थी, तो उन्होंने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ के लिए महज 500 करोड़ रुपये रख दिए। क्या उन्हें मालूम नहीं था कि 500 करोड़ रुपये से इसमें कुछ होने वाला नहीं है? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘वन रैंक, वन पेंशन’ के तहत लगभग 35,000 करोड़ रुपये भूतपूर्व सैनिकों के खाते में पहुंचाये हैं। रक्षा क्षेत्र में पेंशन बजट अब 44,000 करोड़ रुपये से बढ़ कर लगभग 1.12 लाख करोड़ रुपये हो गया है। वन रैंक, वन पेंशन में भी 40 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। आर्मी के कार्यरत फौजियों के वेतन में भी लगभग 55 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है।
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