सलालाह । भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने जूनियर एशिया कप 2023 के सेमीफाइनल में कोरिया को 9-1 से रौंदकर लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बना ली। एशियाई टूर्नामेंट के हर मैच में अपना वर्चस्व कायम करने वाली भारतीय टीम के लिये सेमीफाइनल में सुनीत लाकड़ा, अरिजीत सिंह हुंदल, अंगद बीर सिंह, उत्तम सिंह, विष्णुकांत सिंह और शारदानंद तिवारी ने एक-एक गोल किया, जबकि बॉबी सिंह धामी ने तीन गोल दागकर जीत में बहूमूल्य योगदान दिया। इस दमदार जीत के बाद गत चैंपियन भारत जूनियर एशिया कप के फाइनल में पहुंच गया है, जहां उसका सामना मलेशिया या पाकिस्तान में से किसी एक से होगा।
इस मैच में भारत का प्रदर्शन दो अर्द्धों में बंटा रहा। पहले अर्द्ध में जहां भारत ने सचेत हॉकी खेली, वहीं दूसरे हाफ में बॉबी सिंह की अगुवाई में भारतीय युवाओं का आक्रामक रूप देखने को मिला। शुरुआती चर्टर में चौकस हॉकी खेलते हुए भारत ने 10वें मिनट में पहला मौका बनाया। बार-बार कोरियाई सर्किल भेदने वाली भारतीय टीम को पहली सफलता 13वें मिनट में सुनीत के गोल से मिली।
दूसरे चर्टर में भी भारत ने गेंद पर अधिकतर समय कब्जा रखा, हालांकि 19वें मिनट में अरिजीत के गोल के अलावा हाफ टाइम तक कोई खिलाड़ी गेंद को नेट में नहीं पहुंचा सका। भारत ने आधा मैच गुजऱने तक 2-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन उसे इस बढ़त को सुरक्षित करना ज़रूरी था। बॉबी सिंह ने
कोरिया ने 46वें मिनट में केन्योल हुआंग के गोल से अपना खाता खोला, हालांकि यह उसे फाइनल में पहुंचाने के लिये पर्याप्त नहीं था। विष्णुकांत ने 51वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके भारत की बढ़त 7-1 पर पहुंचा दी। कोरिया की हार यूं भी सुनिश्चित हो चुकी थी, लेकिन बॉबी सिंह धामी ने 55वें मिनट में अपनी हैट्रिक पूरी की। शारदानंद (57वां मिनट) ने मैच के आखिरी क्षणों में गोल दागकर सेमीफाइनल का ज़ोरदार अंत किया।
तीन बार की एशियाई चैंपियन भारतीय टीम अपने चौथे खिताब की तलाश में एक जून को फाइनल खेलेगी। इससे पहले 2015 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को 6-2 से हराकर खिताब जीता था।