नई दिल्ली । विपक्ष ने मंगलवार को राज्यसभा से वाकआउट किया। विपक्षी सांसद नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का माइक बंद किए जाने से नाराज थे। सांसदों का कहना है कि मल्लिकार्जुन खरगे जब सदन में बोल रहे थे तो उनका माइक बंद कर दिया गया। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन ने कहा कि राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे का माइक बंद कर दिया गया, इंडिया गठबंधन ने इसका विरोध किया और सदन से वाकआउट करने का निर्णय लिया।
दरअसल, मंगलवार दोपहर राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के आदिवासियों से जुड़े एक बिल पर चर्चा हो रही थी। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे बोलने के लिए खड़े हुए। खरगे ने एक बार फिर मणिपुर हिंसा पर चर्चा का मुद्दा उठाया। इस पर उपसभापति ने राज्यसभा में चर्चा किए जा रहे बिल तक सीमित रहने को कहा।
लेकिन, खरगे ने अपनी बात चालू रखी। इसके बाद उनका माइक बंद कर दिया गया। माइक बंद किए जाने से खरगे भी नाराज हो गए। इसके उपरांत खरगे के समर्थन में पूरी कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के भी अधिकांश दलों ने विरोध जताते हुए सदन की कार्यवाही से वाकआउट करने का निर्णय लिया।
इससे पहले खरगे ने मंगलवार को संसद में कहा कि मणिपुर जल रहा है, वहां बलात्कार हो रहे हैं, मकान जलाए जा रहे हैं। हम मणिपुर की बात कर रहे हैं और प्रधानमंत्री ईस्ट इंडिया की बात कर रहे हैं। वह इंडिया मतलब ईस्ट इंडिया बोल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इतने सांसद नियम 267 के तहत मणिपुर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। लगातार चार दिनों से सांसद नोटिस देते आ रहे हैं। फिर भी सरकार चर्चा नहीं करवा रही है।
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