Home » राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों और नागरिकों की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न

राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों और नागरिकों की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सफलतापूर्वक संपन्न

by Bhupendra Sahu

विशिष्ट अतिथियों ने राष्ट्रीय प्रगति और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए नैतिक पत्रकारिता और नागरिक भागीदारी की वकालत की
नई दिल्ली। वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एबीडब्ल्यूजेएआई) की सर्वोच्च संस्था ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली में राष्ट्र निर्माण में पत्रकारों और नागरिकों की भूमिका विषय पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी की मेजबानी की। मंगलवार को हुए इस कार्यक्रम में पत्रकारों, शिक्षाविदों, अधिवक्ताओं और विशिष्ट अतिथियों की एक सम्मानित सभा देखी गई, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में पत्रकारों और नागरिकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए। सेमिनार का उद्घाटन विशेष मुख्य अतिथि विभूति नारायण राय, (आईपीएस), पूर्व डीजीपी, कुलपति और प्रसिद्ध लेखक ने किया। जिन्होंने एक मजबूत और जीवंत राष्ट्र के निर्माण में जिम्मेदार पत्रकारिता के महत्व और नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।

वरिष्ठ पत्रकार और वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एबीडब्ल्यूजेएआई) की एपेक्स बॉडी चेयरपर्सन सुनील कुमार मिश्रा ने सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, यह एक उल्लेखनीय सेमिनार रहा है जिसने हमारे देश की प्रगति को आकार देने में पत्रकारों और नागरिकों की अपरिहार्य भूमिका को रेखांकित किया है। पत्रकारों के रूप में, हमारा कर्तव्य है कि हम नैतिक पत्रकारिता, निष्पक्ष रिपोर्टिंग और सच्चाई के प्रति प्रतिबद्धता के सिद्धांतों को बनाए रखें। नागरिक जुड़ाव को बढ़ावा देकर और रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देकर, हम सामूहिक रूप से अधिक समावेशी और समृद्ध भारत की दिशा में काम कर सकते हैं।मुख्य अतिथि के रूप में अंग्रेजी दैनिक द कलिंग क्रॉनिकल और ओडिया दैनिक पर्याबेख्यक के प्रधान संपादक डॉ. पबित्र मोहन सामंतराय ने एक प्रेरक भाषण दिया, जिसमें जनमत को आकार देने और एक सूचित समाज को बढ़ावा देने में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। मुख्य वक्ता के रूप में अपने संबोधन में प्रोफेसर मानस रंजन महापात्र, पूर्व निदेशक आई एंड पीआर, उत्तर पूर्वी क्षेत्र ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देने के लिए मीडिया को एक सक्रिय शक्ति बनने की आवश्यकता पर जोर दिया।सेमिनार में सम्मानित विशिष्ट अतिथियों की भी भागीदारी देखी गई। भारतीय आदिमजाति सेवक संघ के अध्यक्ष श्री नयन चंद हेम्ब्रम ने हाशिये पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाने और उनकी चिंताओं को दूर करने में पत्रकारों की भूमिका पर अपना दृष्टिकोण साझा किया।

भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष, अधिवक्ता श्री एन पी नागर, जिन्होंने भ्रष्टाचार से लडऩे और न्याय के सिद्धांतों को बनाए रखने में नैतिक पत्रकारिता के महत्व पर जोर दिया। सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट डॉक्टर रोमेश गौतम ने अपने भाषण मे कहा की मीडिया बंधूगण को सोशल सिक्योरिटी के तहत पेंशन मिलना चाहिए और प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ की काम की सराहना की।
इस कार्यक्रम ने पत्रकारों, शिक्षाविदों और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को विचारों का आदान-प्रदान करने और वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में मीडिया के सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए एक इंटरैक्टिव मंच प्रदान किया।
०००

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More