रायपुर छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में सरकार ने राजीव जी के सपनों को साकार रूप दिया है। समाज के सभी क्षेत्रों, वर्गों, समुदायों तथा जन-जन के जीवन स्तर में सुधारने की दिशा में अपने को समर्पित किया है। सही मायनों में राजीव जी के प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि है। सांसद श्रीमती सोनिया गांधी ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर महासमुंद में आयोजित कार्यक्रम में अपने वीडियो संदेश में यह बात कही।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों के खाते में 2055 करोड़ 60 लाख रुपए की राशि अंतरित की, साथ ही उन्होंने महासमुंद जिले में 704 करोड़ रुपए के 224 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 18 नई तहसील और 13 नये अनुविभागीय कार्यालयों का उद्घाटन भी किया। इन्हें मिलाकर प्रदेश में अब 250 तहसील और 122 अनुविभाग हो चुके हैं। उन्होंने महासमुंद नगर पालिका को नगर पालिक निगम बनाने, ग्राम पंचायत भोरिंग को नगर पंचायत बनाने तथा महासमुंद में अगले वर्ष के बजट में कंपोजिट बिल्डिंग निर्माण को जोड़ने की घोषणा भी की।
श्रीमती गांधी ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि अगर हम कृषि की प्रगति को कायम नहीं रख पाये तो देश से हम गरीबी नहीं हटा पाएंगे। छत्तीसगढ़ की सरकार ने राजीव जी के इन सपनों को साकार करने ठोस कदम उठाए हैं। इन कदमों से लाखों किसानों का आर्थिक स्तर निरंतर सुधर रहा है। उनके जीवन में उम्मीद की किरण दिखाई देती है। परिवार में खुशी का माहौल है। मुझे खुशी है कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत सरकारी सब्सिडी के अलावा छत्तीसगढ़ के किसानों के उत्थान के लिए अनेक फैसले लिये गए हैं, जो दूसरे प्रदेशों के लिए एक मिसाल हैं। राज्य सरकार के इन फैसलों से जहां उत्पादन में वृद्धि हुई, वहीं किसानों की आय में बढ़ोत्तरी का नया रिकार्ड कायम हुआ। छत्तीसगढ़ की सरकार ने कृषि मजदूरों के लिए भी सार्थक कदम उठाये। राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है।
श्रीमती गांधी ने कहा कि राजीव जी कहते थे कि भारत एक प्राचीन देश है लेकिन एक युवा राष्ट्र है। उन्हीं के शब्दों में मैं नौजवान हूँ और मेरा भी सपना है। मेरा सपना है कि भारत को मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर तथा दुनिया के सभी देशों में प्रथम स्थान पर लाना और मानव जाति की सेवा करना है। आज जब हम राजीव जी के इन शब्दों को याद करते हैं तो समझ आता है कि देश के युवा और किसानों के बिना यह सपना पूरा नहीं हो सकता। देश के किसानों से राजीव जी का अटूट लगाव था। उन्होंने कहा था कि यदि किसान कमजोर हो जाते हैं तो देश आत्मनिर्भरता खो देता है लेकिन अगर वो मजबूत होते हैं तो देश की स्वतंत्रता भी मजबूत होती है।