Home » महिलाओं पर अत्याचार को लेकर विपक्षी पार्टियों का चरणात्मक बयान क्यों : पूनावाला

महिलाओं पर अत्याचार को लेकर विपक्षी पार्टियों का चरणात्मक बयान क्यों : पूनावाला

by Bhupendra Sahu
  • अपराधी बचाओ बेटी नही बचाओ की नीति है कांग्रेस पार्टी की

नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पुणेवाला ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि चनात्मक बयान देने से अपनी जिम्मेवारी से विपक्षी पार्टी पीछे नहीं है सकती है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में जो घटना हुई थी, और वहां की प्रशासन की मुस्तादी के वजह से मुख्य आरोपी तुरंत पकड़ा गया लेकिन विपक्षी दल खास कर कांग्रेस को मध्य प्रदेश की घटना तो याद आ गई लेकिन राजस्थान और कांग्रेस शासित राज्यों में जो महिलाओं के साथ दुष्कर्म होते हैं उसे पर कांग्रेस के बड़े नेता चुप क्यों हो जाते हैं।मध्य प्रदेश में कांग्रेस के ही विधायका अपने ही विधायक पर आरोप लगा रही है कि मुझे कांग्रेस के ही विधायक से डर लग रहा है। शहजाद पुणे वाले ने कहा कि कांग्रेस की बेटे से ही बेटियां डर रही है ।अपराधी बचाओ बेटी नही बचाओ की नीति है कांग्रेस पार्टी ।शहजाद पूनावाला ने कहा किराजस्थान की राजनीति में लाल डायरी चर्चित है। लाल डायरी में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काले-काले कारनामों और भ्रष्टाचार के काले चिठ्ठे और जब भी लाल डायरी की चर्चा होती है तो कांग्रेस के सीएम अषोक गहलोत बड़े ही असहज महसूस करते हैं। पर, आज लाल डायरी की नहीं बल्कि ब्लैक डिजिटल डायरी की चर्चा करना है।

शहजाद पूनावाले ने ब्लैक डिजिटल डायरी में एक-एक प्रमाण है कि पिछले साढ़े चार सालों से राजस्थान की कानून व्यवस्था को ध्वस्त किया गया है। जिस काल खंड भारतीय संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में नारी शक्ति को वंदन कर रहे हैं और महिलाओं को संवैधानिक आधिकार दे रहे हैं। रेड डायरी राजस्थान में करप्शन और ब्लैक डिजिटल डायरी कानून व्यवस्था ध्वस्त होने से जुड़ा है। ब्लैक डिजिटल डायरी में पहली तस्वीर और पहला प्रमाण है। यह तस्वीर अफगानिस्तान या सूडान की नहीं है, बल्कि राजस्थान के जयपुर जिले में जाम्बर की है। इस तस्वीर में देखने से लगता है कि जयपुर के जाम्बर में दिन-दहाड़े एक लड़की का अधजला शव मिलता है। उस पीडि़त लड़की के साथ क्या-क्या अत्याचार हुई होगी, वह कल्पना भी नहीं की जा सकती है।शहजाद पूनावाला ने कहा कि गांधी परिवार के प्रियंका वाड़ा उत्तर प्रदेश में नारा लगाती है कि मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं। लेकिन आज राजस्थान की महिलाएं कह रही हैं कि लड़की हूं तो क्या राजस्थान में बच सकती हूं।शहजाद पूनावाला ने कहा कि राजस्थान के हनुमानगढ़ की तस्वीर है, जिसमें न्याय नहीं मिलने के कारण दुष्कर्म पीडि़ता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेती है। 19-20 सितंबर को एक बलात्कार पीडि़ता पुलिस के पास जाकर षिकायत दर्ज कराती है। उस पीडि़ता ने अपने उपर हुए अत्याचार के बारे में 164 में अपना ब्यान दर्ज कराती है। लेकिन राजस्थान पुलिस उस पीडि़ता की षिकायत की अनसुना एवं अनदेखा करती है। वह पीडि़त महिला मजबूरन एसीपी आफिस जाकर धरना देती है। फिर भी राजस्थान शासन एवं प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगती है और पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रहती है। यह उस दिन की घटना है जब भारतीय संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित हो रहा था।

शहजाद पूनावाला ने कहा कि राजस्थान की भूमि रानी पद्मावत की और पश्चिम बंगाल में मॉं दुर्गा की पूजा की जाती है।पश्चिम बंगाल के 24 परगना में एक महिला के साथ बर्बारता किया जाता है, हाथ-पैर बांधकर पीडि़ता के चेहरे जला दिया जाता है। मॉं, माटी और मानुष के लिए पश्चिम बंगाल चर्चित होता है और उस प्रदेश में टीएमसी की सरकार में बम, बुलेट और अन्याय की भूमि बन चुकी है। शहजाद पुणे वाले ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी यानी तालिबानी मानसिकता वाली सरकार चल रही है। 2021 में जब ये लोग फिर से सत्ता में आए तो चुनाव बाद हिंसा के नाम पर प्रतिक्रिया में बलात्कार किया गया। जिसमें कहीं दस वर्षीय बच्ची है तो कहीं सात वर्षीय बच्ची के साथ अत्याचार किया गया। वहीं टीएमसी की सरकार ने उन अपराधियों को बचाने के लिए पूरी कोषिष की गयी। उन पीडि़ताओं ने मामलों को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया।नादिया में जब एक छोटी बच्ची के साथ बलात्कार होता है तो सीएम ममता बनर्जी कहती हैं कि यह लव अफेयर का मामला है। 20-30 दिनों में महिला अत्याचार और उत्पीडऩ की 15 घटनाएं होती है तो तृणमूल कांग्रेस दूसरे लोगों पर आरोप मढ़ती है और अपराधियों को बचाने में जुट जाती है।मालदा में आदिवासी महिला को निर्वस्त्र करने की घटना पर ममता बनर्जी के मंत्री शशि पंजा ने बयान दिया कि ये कपड़े निकाल गए, जितने निकले, इनको राजनीतिक चश्मा से क्यों देखनां।

राजस्थान और पश्चिम बंगाल में जब बच्चियों एवं महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्याओं की घटनाएं निरंतर हो रही है तब राहुल गांधी, प्रियंका वाड़ा, दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष स्वामी मालीवाल सहित कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता कहां चले जाते हैं और उनका कोई बयान नहीं आता है क्यों।शहजाद पुणे वाले ने कहा कि क्या रेप और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे को भी कांग्रेस और इंडी गठबंधन को गिद्ध राजनीति का हथियार बनाना है? जबकि अन्य राज्यों में कोई घटना होने पर चीख चीखकर बोलना है और वहां जाकर राजनीतिक पर्यटन करना है। कुछ जगहों पर खामोष रह जाना है। यह चयनात्मक आक्रोश बहुत कुछ कहता है।

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More