रायपुर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसके साथ ही कई वर्तमान विधायकों की टिकट भी कट गई है। टिकट कटने के साथ ही कांग्रेस में अब बगावत के शुरू भी धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। अंतागढ़ के अनूप नाग ने जहां निर्दलीय चुनाव लडऩे के लिए नामांकन ले लिया है तो वहीं राजधानी रायपुर दक्षिण में कार्यकर्ताओं की नाराजगी अब सामने आने लगी है।
राजधानी रायपुर के सबसे हॉट सीट माने जाने वाले रायपुर दक्षिण में कई सालों से सक्रिय रहकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने वाले कन्हैया अग्रवाल को टिकट नहीं दिया गया। जबकि इस सीट पर उनकी प्रबल दावेदारी थी। रायपुर दक्षिण सीट पर भाजपा के कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं।
उनके विरूद्ध पिछली बार कांग्रेस ने कन्हैया अग्रवाल पर दांव खेला था। यहां से कन्हैया ने अच्छा मुकाबला किया था। इस सीट पर अब कांग्रेस ने महंत रामसुंदर दास को टिकट देकर चुनावी बिसात पर नया दांव चला है। चूंकि रायपुर दक्षिण में महंत रामसुंदर दास मठाधीश होने के कारण चर्चित हैं, लिहाजा कांग्रेस को उम्मीद है कि वे यहां से भाजपा को कड़ी टक्कर देंगे। इधर अंतागढ़ में अनूप नाग की भी टिकट कट चुकी है। श्री नाग के समर्थक भी इससे खासे नाराज हैं।
समर्थकों के साथ श्री नाग ने कलेक्टोरेट पहुंचकर नामांकन पत्र खरीदा है, इससे स्पष्ट होता है कि वे इस बार निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। इसी तरह धरसींवा सीट पर कांग्रेस ने एक बार फिर से छाया वर्मा पर भरोसा जताया है। इस सीट पर भाजपा से छत्तीसगढ़ फिल्मों के सुपरस्टार अनुज शर्मा को उतारा है। अनुज शर्मा के नाम पर धरसींवा सीट पर भाजपा कार्यकर्ता नाराज हैं। संभवत: कांग्रेस के रणनीतिकारों ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए छाया वर्मा को टिकट दिया है। दूसरी ओर बलौदाबाजार सीट पर कांग्रेस से शैलेश नितिन त्रिवेदी चुनावी मैदान में आ गए हैं। बलौदाबाजार में भाजपा के टंकराम वर्मा उम्मीदवार हैं। जानकारी के अनुसार इस सीट पर भी भाजपा के कार्यकर्ता श्री वर्मा को टिकट दिए जाने का विरोध करते आ रहे हैं। वहीं बलौदाबाजार क्षेत्र में श्री त्रिवेदी काफी समय से एक्टिव हैं। अब देखने वाली बात यह है कि भाजपा और कांग्रेस के रणनीतिकारों की युक्ति कहां तक सफल होती है।
डीके-
000