नई दिल्ली घरेलू बीमा क्षेत्र अगले एक दशक तक सात फीसदी की दर से विकास कर सकता है। इस दौरान वित्त वर्ष 2034 तक इसका प्रीमियम दोगुना बढ़कर 450 अरब डॉलर होने का अनुमान है। इस समय प्रीमियम आय 224 अरब डॉलर है। स्विस रे इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्षों में (2024-28) कुल बीमा प्रीमियम आय सालाना 7.1 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। वैश्विक विकास की औसत दर 2.4 फीसदी और उभरते बाजारों में दर 5.1 फीसदी रह सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक,बीमा जागरूकता अभी 3.8 फीसदी है, जो 10 वर्षों में बढ़कर 4.5 फीसदी हो सकती है।
अर्थव्यवस्था को श्रेय
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2034 तक घरेलू बीमा उद्योग के बढ़ने की दर वैश्विक औसत वृद्धि के दोगुने से भी अधिक होगी। इसका श्रेय भारत की लचीली अर्थव्यवस्था को जाता है, जो अगले पांच वर्षों तक सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी जीडीपी बनी रहेगी।