नई दिल्ली । बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सेबी ने एक बिजनेस टीवी चैनल पर पर आने वाले गेस्ट एक्सपर्ट्स समेत 10 फर्मो को इक्विटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया। इसके साथ ही सेबी ने शेयरों में कथित हेराफेरी के जरिये इनके द्वारा जुटाए गए 7.41 करोड़ रुपये के गैरकानूनी लाभ को जब्त करने का निर्देश भी दिया है। सेबी ने अपनी जांच में पाया कि कुछ गेस्ट एक्सपर्ट समाचार चैनल पर शेयर संबंधी अपनी सिफारिशों के प्रसारण से पहले ही कुछ फर्मों को अपनी अनुशंसाओं के बारे में अग्रिम जानकारी साझा कर देते थे।
सेबी ने अपने अंतरिम आदेश में कहा कि अतिथि विशेषज्ञों किरण जाधव, आशीष केलकर, हिमांशु गुप्ता, मुदित गोयल और सिमी भौमिक से शेयर अनुशंसा संबंधी अग्रिम जानकारी के आधार पर निर्मल कुमार सोनी, पार्थ सारथी धर, एसएएआर कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड, मनन शेयरकॉम प्राइवेट लिमिटेड और कन्हैया ट्रेडिंग कंपनी ने उन सौदों को पूरा कर लाभ कमाया।
सेबी ने कहा कि इन संस्थाओं ने ऐसे शेयर सौदों के निपटान से 7.41 करोड़ रुपये का गैरकानूनी लाभ कमाया और इस लाभ को सहमति के तहत अतिथि विशेषज्ञों के साथ साझा भी किया गया। नियामक ने कहा कि इस तरह ये सभी संस्थाएं सौदा निपटान से हुई आय को जब्त करने के लिए संयुक्त रूप से और अलग-अलग उत्तरदाई हैं। सेबी ने उन्हें तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया है। जाधव, केलकर, गुप्ता, गोयल और भौमिक दर्शकों को ट्रेडिंग एडवाइज देने में शामिल थे और उन्हें ‘गेस्ट एक्सपर्टÓ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। सोनी, धार, सार कमोडिटीज, मनन शेयरकॉम और कन्ह्या ट्रेडिंग को ‘प्रॉफिट मेकरÓ कहा गया है और बाकी को ‘एनेबलर्सÓ।
फरवरी और दिसंबर 2022 के बीच चली सेबी की जांच में बैंक और अन्य डिटेल्स के साथ एसएमएस, व्हाट्सएप और टेलीग्राम चैट का विश्लेषण शामिल था। कुछ गेस्ट एक्सपर्ट ने शो से पहले सिफारिशें शेयर करने की बात स्वीकार की और सेबी को दिए गए बयानों में प्रॉफिट शेयरिंग मॉडल को स्वीकार किया।
सेबी ने अपनी जांच के तहत तलाशी और जब्ती अभियान भी चलाया था और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त किया था। सेबी ने संस्थाओं के बैंक खातों से डेबिट को बैन कर दिया है और उनकी म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स से रिडम्पशन को कम कर दिया है। इसके अलावा उन्हें डेरिवेटिव मार्केट में में अपनी ओपन पोजीशन को बंद करने के लिए तीन महीने की अनुमति दी है।
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