नईदिल्ली सरकार द्वारा संचालित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने हवाई क्षेत्र प्रबंधन के लिए रिमोट डिजिटल टावरों के उपयोग की व्यावहारिकता खंगालने के लिए परीक्षण शुरू कर दिया है। अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) के मुख्य कार्य अधिकारी अरुण बंसल ने आज यह जानकारी दी।
कापा इंडिया एविएशन समिट 2024 को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के हवाई अड्डों पर अगले 20 वर्षों के भीतर हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) के लिए भौतिक टावर नहीं होंगे।
किसी हवाई अड्डे पर एटीसी टावर ऐसी सुविधा होती है, जो विमानों के सुरक्षित उड़ान भरने, उतरने और जमीन पर उनकी गतिविधियों का समन्वय तथा प्रबंधन करती है। सुरक्षा बलों द्वारा नियंत्रित किए जाने वाले एटीसी टावरों को छोड़कर देश में सभी एटीसी टावरों का प्रबंधन एएआई करता है।
साल 2021 में लंदन सिटी एयरपोर्ट पूरी तरह से रिमोट डिजिटल टावर द्वारा नियंत्रित किया जाने वाला दुनिया का पहला प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बन गया जो रनवे से लगभग 115 किलोमीटर दूर है।
बंसल ने कहा ‘एएआई हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हितधारक है। हम उनके साथ अपनी कार्य योजना साझा करते हैं। मुझे लगता है कि एएआई को भी इस बात का एहसास हो रहा है कि भारत और वैश्विक स्तर पर उद्योग के विकास की वजह से नई तकनीकों की आवश्यकता है।Ó
उन्होंने कहा ‘पूरा यूरोप अब एटीसी टावरों से दूरी बना रहा है। वे डिजिटल की दिशा में बढ़ रहे हैं। मैं एएआई से बात कर रहा हूं, वे अब डिजिटल टावर के साथ परीक्षण कर रहे हैं। मुझे लगता है कि 20 साल में कोई भी एटीसी टावर नहीं होगा। सब कुछ डिजिटल और रिमोट होगा। इससे हवाई अड्डे पर बहुत सारी जमीन भी खाली हो जाएगी।Ó
००