आजकल ज्यादातर लोग दिनभर फोन या लैपटॉप में बिजी रहते हैं. ऑफिस में 8 से 10 घंटे तक लगातार बैठकर काम करने के बाद घर पहुंचने पर भी चैन से नहीं बैठते हैं. गलत पोस्चर में घंटों-घंटों मोबाइल चलाते रहते हैं. यही कारण है कि 10 में से करीब 5-6 लोगों की गर्दन में अकडऩ, दर्द और सर्वाइकल के दर्द की समस्या हो रही है. इस बीच कई लोग ऐसे होते हैं, जिनका यह दर्द सर्वाइकल की समस्या बन जाता है.
अगर इस समस्या का इलाज सही समय पर न किया जाए खतरनाक भी हो सकता है. हालांकि, इस दर्द से पहले शरीर में कुछ संकेत भी नजर आते हैं, अगर उन्हें समझ लिया जाए तो इससे बचा भी जा सकता है. आइए जानते हैं सर्वाइकल पेन का कारण, लक्षण और इलाज…
सर्वाइकल पेन क्यों होता है
सर्वाइकल का दर्द ज्यादातर गलत सोने और बैठने की वजह से होता है. सिर पर भारी वजन उठाने, एक ही पोजिशन में लंबे समय तक बने रहने से सर्वाइकल का दर्द हो सकता है. उम्र बढऩे के साथ-साथ सर्वाइकल का दर्द भी बढ़ सकता है. इसके अलावा भी सर्वाइकल पेन के कुछ कारण हैं. जिनमें ऊंचा या बड़ा तकिया लगाना, गर्दन काफी देर तक झुकाए रखना, हैवी वेट का हेलमेट लगाने से भी सर्वाइकल का दर्द हो सकता है.
सर्वाइकल पेन के शुरुआती संकेत
सिर दर्द
गर्दन हिलाने पर अजीब सी आवाज आना
हाथ-पैरों में कमजोरी लगना, चलने में परेशानी होना
गर्दन और कंधों में ऐंठन
हाथों और उंगलियों में कमजोरी लगना
सर्वाइकल पेन कहां-कहां होता है
सर्वाइकल का दर्द गर्दन के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर कमर के नीचे तक हो सकता है. इसमें ऐंठन की दिक्कतें भी होती है. अगर लैपटॉप पर काम करते समय गर्दन घुमाने में परेशानी हो रही है तो ये सर्वाइकल पेन का शुरुआती संकेत हो सकता है.
सर्वाइकल पेन का इलाज
लंबे टाइम तक एक ही पोजीशन में बैठने से बचें.
काम के बीच में ब्रेक लेना न भूलें, थोड़ी-थोड़ी देर में टहलें.
सर्वाइकल पेन में बर्फ से सिंकाई करें या गर्म पट्टी यूज करें.
फिजिकल थेरेपी की लें, मसाज करवाएं.
गर्दन से जुड़े योग और एक्सरसाइज करें
ज्यादा दर्द होने पर अच्छे डॉक्टर से जाकर मिलें.
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