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चक्रधर समारोह-2024 : पद्मश्री अनुज शर्मा के जसगीत और सुमधुर गीतों से श्रोताओं को झुमाया, देर रात बजती रही तालियों की गडग़ड़ाहट

by Bhupendra Sahu

रायगढ़ रायगढ़ में आयोजित दस दिवसीय चक्रधर समारोह के नौवीं संगीत संध्या में नई दिल्ली से आई पद्मश्री देवयानी के भरतनाट्यम एवं प्रख्यात कथक नृत्यांगना सुश्री माया कुलश्रेष्ठ के कथक नृत्य ने सबका मन मोह लिया। पद्मश्री से सम्मानित एवं विधायक श्री अनुज शर्मा के छत्तीसगढ़ी लोक गायन ने देर रात तक दर्शकों को झुमाया रखा। उन्होंने गुरू वंदना से गीत आरंभ करते हुए छत्तीसगढ़ी में जसगीत गाकर श्रोताओं को अपने साथ जोड़ा और खूब वाहवाही पायी। रायपुर के प्रदीप कुमार चौबे ने शास्त्रीय गायन एवं सुश्री पलक देवांगन ने कथक नृत्य पर बेहतरीन प्रस्तुति दी। बिलासपुर की वेदिका शरण ने मंच पर भावभंगिमाओं मुद्राओं के साथ कथक नृत्य पर आकर्षक प्रस्तुति दी। सुश्री भूमिसूता मिश्रा ने ओडिसी नृत्य पर शानदार प्रस्तुति दी।

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कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति में सारंगढ़ की सुश्री पलक देवांगन ने बहुत ही खूबसूरत और मनमोहक कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। शिव वंदना के साथ उन्होंने कथक नृत्य किया। अगली कड़ी में रायपुर के पंडित प्रदीप कुमार चौबे ने शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। उन्होंने तबले की थाप और सारंगी की धुन के बीच अपने राग से शास्त्रीय गायन की अभिनव प्रस्तुति दी। उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों एवं श्रोताओं को एक बेहतरीन गायक से गायन सुनने का अहसास कराया। कार्यक्रम के तीसरी प्रस्तुति में रायपुर की सुश्री भूमिसूता मिश्रा ने ओडिसी नृत्य पर प्रस्तुति दी। उन्होंने ओडिसी नृत्य में अपनी भावभंगिमाओं से दर्शकों का दिल जीत लिया। सांस्कृतिक संध्या में बिलासपुर की सुश्री वेदिका शरण ने मंच पर भावभंगिमाओं मुद्राओं के साथ आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी। कथक में वेदिका की सुंदर प्रस्तुति ने दर्शकों को आनंदित किया। उन्होंने संगीत की धुन में अपनी कलात्मक नृत्य की अभिनव प्रस्तुति दी। 10 साल की सुश्री वेदिका शरण 6 वर्ष की आयु से कथक नृत्य में निपुण है। इनकी गुरु सुश्री अंजली ठाकुर (लखनऊ घराना) है।
नई दिल्ली से आई पद्मश्री देवयानी के भरतनाट्यम की शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। मौके पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री रामदास अठावले ने उनका शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि लुईस मेले की एक डॉक्यूमेन्टरी फिल्म में भरतनाट्यम की सम्मोहक प्रस्तुति से प्रभावित, पेरिस में जन्मी पदमश्री देवयानी ने भारत आकर भरतनाट्यम की विधिवत शिक्षा, महान गुरु श्री के.जी.इलप्पा मुदलियार और कलाईमामनी व्ही.एस.मुत्थुस्वामी पिल्लई से प्राप्त की। उन्होंने लगभग 3000 वर्ष पुरातन भरतनाट्यम नृत्य शैली की खूबसूरती, लयात्मकता और इसमें निहित आध्यात्मिक भक्ति को आत्मसात किया। देवयानी ने अपनी प्रथम प्रस्तुति किसी कलामंच पर नहीं, बल्कि ‘ए गर्ल फ्रॉम अमेरिका’ नामक बॉक्स आफिस हिट दक्षिण भारतीय फिल्म में दी। इस फिल्म में उन्होंने चिदम्बरम मंदिर की नर्तकी के मुख्य पात्र का अभिनय किया था। भरतनाट्यम के प्रति देवयानी की समर्पित निष्ठा और नृत्य-सौंदर्यबोध ने इस नृत्य को भारत की सीमाओं से परे ले जाते हुए, पूरे विश्व में सौहाद्र्र शांति और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बना दिया। इंग्लैण्ड में भारतीय नृत्य एवं संस्कृति के उन्नयन के लिये फस्र्ट ऐशियन डान्सर आर्टिस्ट एवार्ड इन रेसीडेन्सश् सम्मान से नवाजी गई देवयानी डेनमार्क की महारानी के जन्मोत्सव, संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस समारोह, जर्मनी में भारतीय गणतंत्र समारोह सहित फ्रांस, जर्मनी और ग्रीस के प्रतिष्ठापूर्ण आयोजनों और अनेक नृत्य-वर्कशाप, अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार्स का संचालन सहित भारत और विश्व के लगभग सभी प्रमुख देशों के कलामंचों को अपने भरतनाट्यम के नुपूरों से शोभित किया है। आई.एम.एम.टॉप कल्चरल एम्बेसडर एवार्ड फॉर एक्सीलेन्स और नेशनल वीमेन एक्सीलेन्स एवार्ड से सम्मानित देवयानी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा कला के क्षेत्र में भरतनाट्यम की अद्वितीय उपलब्धियों के लिये पदमश्री से अलंकृत किया गया। कल्चरल एम्बेसडर के भारत में पद्मश्री देवयानी भरतनाट्यम की कल्चरल रूप में प्रतिष्ठित हैं। उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अनेक पुरस्कारों और सम्मान से नवाजा जा चुका है।

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