Home » भारत में लग्जरी कार मैन्युफैक्चरिंग पकड़ रही रफ्तार

भारत में लग्जरी कार मैन्युफैक्चरिंग पकड़ रही रफ्तार

by Bhupendra Sahu

नई दिल्ली। केंद्र सरकार की अनुकूल नीतियों के कारण देश में तेजी से लग्जरी वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ रही है, जिसके कारण भारत के ऑटोसेक्टर में निवेश भी बढ़ रहा है।
जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी मर्सिडीज-बेंज की ओर से हाल ही में लॉन्च की गई ईक्यूएस एसयूवी उत्पादन भारत में भी किया जाएगा। अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां पर इस लग्जरी इलेक्ट्रिक एसयूवी की असेंबलिंग की जाएगी। इस लग्जरी ईवी की कीमत 1.41 करोड़ रुपये है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मर्सिडीज-बेंज द्वारा पहले ही ईक्यूएस सेडान को भारत में बनाया जा रहा है और अब तक करीब 500 यूनिट्स बेची जा चुकी हैं।
मर्सिडीज-बेंज की ओर से 2024 में भारत में मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशन, नए प्रोडक्ट और मैन्युफैक्चरिंग में डिजिटाइजेशन के लिए अतिरिक्त 200 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
मर्सिडीज-बेंज इंडिया के एमडी और सीईओ संतोष अय्यर ने ईक्यूएस एसयूवी के भारत में उत्पादन पर कहा, यह हमारी स्थानीय दक्षता को दर्शाता है। इससे भारतीय ग्राहकों के लिए वैल्यू क्रिएट होगी और सरकार के विजन मेक इन इंडिया को सहारा मिलेगा।
मई में इस साल, टाटा ग्रुप की स्वामित्व वाली कंपनी जगुआर लैंड-रोवर (जेएलआर) की ओर से ऐलान किया गया था कि वह अपने फ्लैगशिप मॉडल रेंज रोवर और रेंज रोवर स्पोर्ट्स की पहली बार भारत में असेंबलिंग शुरू करेगी। इससे कीमतों में काफी कमी आएगी।
फिलहाल कंपनी के पुणे प्लांट में रेंज रोवर वेलार, वेलार, रेंज रोवर इवोक, जगुआर एफ-पेस और डिस्कवरी स्पोर्ट मॉडल का उत्पादन किया जा रहा है।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि फ्लैगशिप मॉडल की स्थानीय असेंबली कंपनी की भारतीय इकाई के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह कंपनी के बाजार में भरोसे को दर्शाता है।
००

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More