दुर्ग/ गर्मी के समय शहर वासियों को स्वच्छ जल प्रदाय करने महापौर धीरज बाकलीवाल अभी से तैयारी में जुट गये हैं। उन्होनें आज नलघर के सेटलिंग टैंक जिसे (क्लियरफायर) कहते हैं उसकी सफाई का निरीक्षण किया गया। उन्होनें जलगृह विभाग की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश भी दिये। निगम द्वारा स्वयं के व्यय से की जा रही सेटलिंग टैंक सफाई कार्य का निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन द्वारा भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान जलकार्य प्रभारी संजय कोहले, कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर, प्रभारी सहा0 अभियंता ए0आर0 राहंगडाले, उपअभियंता भीमराव, जलकार्य निरीक्षक नारायण सिंह ठाकुर, व अन्य उपस्थित थे ।
उल्लेखनीय है कि निगम के पुराने नलघर में स्थापित सेटलिंग टैंक में काफी समय से शील्ट (कीचड़) जमा हो गया है। महापौर बाकलीवाल ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि कीचड़ जमा होने के कारण भी पानी की शहर में सप्लाई विलंब होने लगा था। विगत 7-8 वर्षो से टैंक की सफाई नहीं करायी गयी है। उक्त सेटलिंग टैंक का निर्माण 1958 में किया गया था। लगभग 30/30 मीटर चैड़ी टैंक है। उन्होनें बताया उक्त टैंक की सफाई कराने में 2 से 2.50 लाख रुपये व्यय आने की संभवना है। परन्तु अधिक राशि खर्च कर सफाई कराना संभव नहीं हो पा रहा है । गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुये टैंक की सफाई नगर निगम स्वयं की व्यवस्था से करा रहा है। उन्होनें कहा सेटलिंग टैंक में एकत्र पानी की आपूर्ति अपशिष्ट जल उपचार की एक आधुनिक प्रणाली है। इसमें पानी टैंक के माध्यम से धीर-धीरे बहता है जिससे शुद्धिकरण होता है। संचित ठोस पदार्थ की एक परत कीचड़ के रुप में टैंक के तल पर जम जाने के कारण समस्या होने लगती है। आज इसकी सफाई कार्य प्रारंभ किया गया है। इस टैंक से पानी फिल्टर कर सप्लाई पानी टंकियों में पानी चढ़ाया जाता है और उसके बाद शहर के अन्य टंकियों में पानी का वितरण किया जाता है। हमने गर्मी के पूर्व जनता को साफ पानी प्रदाय करने की व्यवस्था कर रहे हैं। चूंकि गर्मी के समय पानी से होने वाली बीमारी अधिक होती है। उन्होनें कहा निगम द्वारा टैंक सफाई कराने से सरकारी पैसे की बचत होगी। उन्होनें विभाग की बैठक लेकर कहा कि शहर में पानी सप्लाई का समय बढ़ायें, लीकेज आदि को ठीक करें, अमृत मिशन और जलगृह विभाग आपस में सामान्जस्य बनाकर कार्य करें।