नई दिल्ली (एजेंसी)। उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश-भूस्खलन और बादल फटने से भारी तबाही हुई है, साथ ही इन घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में अगले आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई है। दरअसल पिछले हफ्ते पश्चिमी महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में जोरदार बारिश के बाद अब दक्षिण-पश्चिम मानसून एक्टिविटी उत्तर की ओर शिफ्ट हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 1 अगस्त तक कम से कम 15 राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
मौसम विभाग ने कहा है कि आज उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश (24 घंटों में 204.4 मिमी से अधिक) की चेतावनी दी है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होगी (24 घंटों में 64.5 मिमी से 204.4 मिमी)। ये उत्तरी राज्य वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब पर बने एक साइक्लोन सर्कुलेशन के प्रभाव में हैं। आईएमडी ने कहा कि पूर्वी और मध्य भारत के क्षेत्रों में भी 1 अगस्त तक बारिश बढऩे की उम्मीद है।
वर्तमान में पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित लो प्रेशर सिस्टम अगले दो दिनों में बिहार और झारखंड में बारिश की वजह बनेगा। पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा और झारखंड में शुक्रवार तक व्यापक रूप से भारी बारिश (24 घंटे में 64.5 से 115.5 मिमी) होगी। पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश शनिवार तक जारी रहेगी। पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान में अगले दो दिनों में भारी बारिश होगी।
पश्चिमी तट पर, कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना है और रविवार तक अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। पिछले हफ्ते महाराष्ट्र में सतारा, सांगली और कोल्हापुर के साथ-साथ गोवा और उत्तरी कर्नाटक के कुछ इलाकों में भीषण बाढ़ और भूस्खलन का सामना करना पड़ा था। इसके चलते अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
अरब सागरीय पछुआ हवाओं के चलते इस वक्त बारिश दक्षिण गुजरात और उत्तरी केरल के बीच हो रही है। 1 जून के बाद से पूरे भारत में 416.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 2 प्रतिशत कम है। अब तक केरल, कर्नाटक, ओडिशा, गुजरात, चंडीगढ़, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम में कम बारिश हुई है। गुजरात और चंडीगढ़ को छोड़कर, अन्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बहुत भारी बारिश हुई है।