रिसाली । पिछले वर्ष की तरह इस साल भी गणेश पूजा पंडाल में झांकी का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी नहीं होगा। इस आशय की जानकारी नोडल अधिकारी रमाकांत साहू व राजस्व विभाग के प्रभारी हरचरण सिंह अरोरा ने सार्वजनिक गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारी को दी। रिसाली नगर पालिक निगम के आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे के निर्देश पर निगम के अधिकारियों ने गणेश पूजा उत्सव समिति के पदाधिकारियों की बैठक ली। इसमें निगम क्षेत्र के दर्जन भर से ज्यादा पूजा पंडाल समिति के सद्स्य शामिल हुए। इसका मुख्य उद्देश्य कोविड-19 गाइड लाइन का पालन कराने के साथ ही शांति पूर्ण वातावरण में पूजा अर्चना करना है। नोडल अधिकारी रमाकांत साहू ने समिति के पदाधिकारियों से कहा कि गणेश पूजा को उत्सव की जगह अराधना के साथ करे। भव्य पंडाल तैयार न करे। कोरोना संक्रमण फैलने की स्थिति में तैयारी ऐसे रखे की सार्वजनिक पूजा अर्चना की जगह एक व्यक्ति पंडाल में पूजा अर्चना कर सके। ताकि विषम परिस्थिति आने पर पूजा खण्डित न हो।
साउंड सिस्टम के लिए अलग से अनुमति ले
नोडल अधिकारी ने स्पष्ट किया कि पूजा पंडाल और विसर्जन के समय डीजे या तेज ध्वनि विस्तार यंत्र का प्रयोग करना पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। ध्वनि विस्तार यंत्र के प्रयोग से जिला कार्यालय से अनुमति लेना आवश्यक है। अनुमति नहीं लेने पर निगम द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
पूजा के लिए गाइड लाइन
– प्रतिमा 4 फीट से अधिक ऊंची न हो।
– पूजा पंडाल 15 बाई 15 से ज्यादा न हो।
– पंडाल के सामने 5000 फीट से अधिक जगह हो।
– पंडाल के आस पास अतिरिक्त पंडाल या बैठक व्यवस्था न हो।
– पंडाल में दर्शनार्थियों के लिए रजिस्टर, मास्क व सेनेटाइजिंग की व्यवस्था हो।
– कंटेनमेंट जोन में प्रतिमा स्थापित नहीं किया जाएगा।
– विसर्जन के दौरान प्रसाद वितरण न करे, विसर्जन शोभायात्रा में केवल एक वाहन होगा,
साथ ही विसर्जन यात्रा के दौरान रास्ते में न रूके।
– सूर्यास्त के बाद व सूर्याेदय के पहले विसर्जन नहीं होगा।