Home » महीने के पहले दिन ही महंगाई का झटका, एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में फिर इजाफा

महीने के पहले दिन ही महंगाई का झटका, एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में फिर इजाफा

by Bhupendra Sahu

नईदिल्ली। अक्टूबर महीने के पहले दिन ही पेट्रोलियम कंपनियों ने महंगाई का झटका दिया है। इस बार यह बढ़ोतरी 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर पर हुई है। आज 1 अक्टूबर से दिल्ली में 19 किलो वाला कामर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1693 रुपये से बढ़कर 1736.50 रुपये हो गई है। कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 43 रुपये बढ़ाए गए हैं। वहीं, नॉन-सब्सिडी वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 884.50 रुपये बनी हुई है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए लग रहा था कि एलपीजी सिलेंडर की कीमत 900 रुपये के पार जा सकती है।

बता दें कि सितंबर महीने की शुरुआत आम आदमी के लिए महंगाई के तड़के के साथ हुई थी। सरकारी तेल कंपनियों ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम में फिर बढ़ोतरी कर दी। बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1 सितंबर को 25 रुपए बढ़ा दी गई।
दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर का दाम बढ़कर 884.50 रुपये हो गए हैं। बीते महीने 15 दिन में ही गैर-सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 50 रुपये महंगा हो चुका है। इससे पहले पेट्रोलियम कंपनियों ने 18 अगस्त को गैस सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा किया था। जुलाई में भी सिलेंडर के दाम बढ़ाए गे थे। वहीं 19 किलोग्राम कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 75 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
मुंबई में 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर के दाम 884.5 रुपये, चेन्नई में आपको एलपीजी सिलेंडर 900.50 रुपये में मिलेगा। वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सिलेंडर के दाम 897.5 रुपये हैं।
बता दें कि 1 जनवरी से 1 सितंबर तक रसोई गैस की कीमत में 190 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। वहीं 19 किग्रा वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की बात करें तो दिल्ली में इसकी कीमत 1693 रुपये है। कोलकाता में भाव 1772 रुपये, मुंबई में 1,649 रुपये और चेन्नई में 1,831 रुपये प्रति सिलेंडर हो गए हैं।
सरकार ने हर महीने कीमतों में इजाफा करके एलपीजी पर मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया है। हर महीने दाम में बढ़ोतरी के चलते मई 2020 तक सब्सिडी खत्म हो गई। रसोई गैस की कीमत पिछले सात सालों में दोगुनी से अधिक हो गई हैं। 1 मार्च 2014 को 14.2 किलोग्राम रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 410.5 रुपये थी।

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More