- गुरुद्वारा में गुरु घासीदास जयंती मनाई गई … सामुदायिक भवन का लोकार्पण हुआ
उतई। सतनामी समाज के ईष्ट गुरु घासीदास बाबा की 265 वी जयंती को गुरु पर्व के रूप में गुरु घासीदास गुरुद्वारा सेवा समिति उतई में हर्षोउल्लास के साथ शनिवार को मनाया गया। जिसमे विभिन्न कार्यक्रमों के साथ ही सामुदायिक भवन का लोकार्पण भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगरीय निकाय मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया थे। अध्यक्षता गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने की। कार्यक्रम में गुरुघासीदास सेवा समिति भिलाई के अध्यक्ष एस के केशकर, जनपद उपाध्यक्ष झमित गायकवाड़, उतई नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेन्द्र हिरवानी, उपाध्यक्ष रविन्द्र वर्मा, बीएसपी के एजीएम कमल टंडन, पार्षद दीपमाला देशलहरे, पूर्व पार्षद विष्णु देशलहरे, पूर्व एल्डरमैन तरुण बंजारे विशेष अतिथि थे।
सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु वंदना से की गई। पश्चात शांति बाई चेलक ने चौका आरती प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि ने पंथी दल के साथ जैतखाम में पालो चढ़ाया। स्वागत भाषण समिति के अध्यक्ष दिवाकर गायकवाड़ ने दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ शिवकुमार डहरिया ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास प्रेम व सदभावना के प्रतीक थे। उन्होंने सत्य, अहिंषा और मानव मात्र का सन्देश दिया। उसे हम सबको अपने जीवन में उतारना चाहिए। बाबा जी के बताये मार्ग पर चल कर ही समाज में आपसी भाईचारा, सामाजिक समरसता और प्रेम सदभावना को मजबूती मिल सकती है।

उन्होंने नगर विकास के लिए 2 करोड़ व गुरुद्वारा समिति को 10 लाख देने की घोषणा की। अध्यक्षीय उदबोधन में ताम्रध्वज साहू ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा सत्य व अहिंसा के पुजारी थे। वह हमेशा मानव मानव एक समान का संदेश देते थे। उनका संदेश आज भी प्रासंगिक है।