लुधियाना । पंजाब में अगले हफ्ते होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित शाह ने रविवार को जानना चाहा कि क्या मुख्यमंत्री, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने में विफल रहे हैं वो राज्य को सुरक्षित रख सकेंगे। शाह ने लुधियाना में एक चुनावी रैली में कहा, चन्नी साहब पंजाब में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने का सपना देख रहे हैं। एक मुख्यमंत्री जो भारत के प्रधानमंत्री को सुरक्षित मार्ग नहीं दे सकता, क्या वह पंजाब को सुरक्षा प्रदान कर सकता है?
5 जनवरी को, पीएम मोदी का काफिला फिरोजपुर-मोगा राजमार्ग पर एक फ्लाईओवर पर रुक गया था क्योंकि आगे का मार्ग कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक वे लोग पंजाब में प्रधानमंत्री की यात्रा का विरोध कर रहे थे। वहीं पिछले साल नवंबर में तीन विवादास्पद केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद पीएम मोदी पंजाब में अपनी पहली रैली को फिरोजपुर में संबोधित करने वाले थे, लेकिन कार्यक्रम को संबोधित किए बिना ही दिल्ली लौट आए।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में सेंधमारी की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इस बीच, शाह ने यह भी वादा किया कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सत्ता में आता है, तो वह नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरे को रोकने के लिए चार जिलों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के शाखा कार्यालय स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि राजग सभी जिलों में एक मादक पदार्थ विरोधी कार्यबल भी गठित करेगा।
पंजाब में विधानसभा चुनाव 14 फरवरी को होने थे, लेकिन बाद में तारीख को संशोधित कर 20 फरवरी कर दिया गया। हालांकि, सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती मूल कार्यक्रम के अनुसार 10 मार्च को होगी।