बीजिंग । फेंग ने कहा, “भारत को अपने कारोबारी माहौल में सुधार करना चाहिए ताकि चीनी कंपनियों सहित सभी विदेशी निवेशकों के साथ निष्पक्ष, पारदर्शी और गैर-भेदभावपूर्ण व्यवहार तय हो सके।” गाओ ने कहा है कि एक तय अवधि के लिए, संबंधित भारतीय विभाग देश में चीनी उद्यमों और संबंधित सेवाओं पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। इससे चीनी कंपनियों के वैध अधिकारों और हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत सरकार ने इसी हफ्ते देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले 54 चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इससे पहले जून 2021 में भारत ने टिकटॉक, वीचैट और हेलो समेत 59 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया था। तब सरकार ने इन एप्स को देश की सुरक्षा और संप्रभुता पर खतरा करार दिया था। खुफिया एजेंसियों ने कहा था कि ये ऐप्स यूजर्स का डेटा जमा कर रही थीं और उसे बाहर भेज रही थीं।