रायपुर । छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा राजधानी रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ हाट परिसर पंडरी में 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण जारी है। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा हस्तशिल्प कला के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए 28 अप्रैल से 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण हस्तशिल्प विकास बोर्ड एवं छत्तीसगढ़ माटी कला विकास बोर्ड के संयुक्त समन्वय से किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का शुभारंभ माटीकला विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालम चक्रधारी और छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड एवं छत्तीसगढ़ माटीकला बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री सुधाकर खलखो ने किया।
गौरतलब है कि ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने ग्रामोद्योग के व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। जिसके परिपालन में गोदना शिल्प, टेराकोटा शिल्प और एंब्रॉयडरी शिल्प में 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रथम चरण के अल्पकालिक प्रशिक्षण में 18 बालिकाएं गोदना शिल्प, 13 कासीदाकारी शिल्प में और टेराकोटा शिल्प में 37 बालिकाएं शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान अनाथ आश्रम के 13 बच्चों को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महाप्रबंधक छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड श्री शंकर लाल धुर्वे ने बताया कि ऐसे ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल सके इसके लिए शहर के शासकीय स्कूलों में चर्चा की गई है। शहर की महिलाओं और बालिकाओं से भी प्रशिक्षण के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। इस प्रशिक्षण के लिए 500 रूपए का शुल्क निर्धारित किया गया है।