कोरिया । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुसार कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह एवं सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन के मार्गदर्शन में जिले में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक और स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने तथा युवाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। खेलों में भाग लेकर जिलेवासियों की प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से जिले में गत 17 और 18 नवंबर को विकासखंडस्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन सलका स्थित डाइट में किया गया जिनमें स्कूली बच्चों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। विकासखंड स्तर पर विजेता प्रतिभागी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार 10 दिसंबर तक जिला स्तरीय आयोजन किया जाना है।
जिला खेल अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार युवा महोत्सव का आयोजन के अंतर्गत लोकनृत्य, लोकगीत,एकांकी नाटक, शास्त्रीय गायन (हिंदुस्तानी/कर्नाटक शैली), सितार वादन, बांसुरी वादन, तबला वादन, वीणा, मृदंगम, हारमोनियम (शास्त्रीय वादन), गिटार (भारतीय / पाश्चात्य शैली), मणिपुरी (शास्त्रीय नृत्य), ओड़िशी शास्त्रीय नृत्य, भरतनाट्यम (शास्त्रीय नृत्य), कत्थक (शास्त्रीय नृत्य), कुचीपुड़ी, (शास्त्रीय नृत्य), तात्कालिक भाषण विधाओं को शामिल किया गया है। इसके साथ ही सुआ, पंथी नृत्य, करमा नाचा, सरहुल, बस्तरिहा लोकनृत्य, राउत नाचा,फुगड़ी, भौरा, गेड़ी दौड़, रॉक बैंड, पारम्परिक वेशभूषा (विविध वेशभूषा) प्रतियोगिता, फूड फेस्टिवल (छत्तीसगढ़ी व्यंजन पर आधारित), चित्रकला (छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति के चित्रण के आधार पर), वाद-विवाद (तात्कालिक एवं समसामयिक विषयक), क्वीज, निबंध, कबड्डी, खो-खो, कुश्ती के अलावा मुख्यमंत्री के द्वारा की गई घोषणानुसार राज्य के लोक साहित्य को भी शामिल किया गया हैं। छत्तीसगढ़ राज्य विविध संस्कृति एवं विभिन्न बोलियों वाला प्रदेश है अतएव जिला स्तर पर स्थानीय लोक कला जैसे (पेंटिंग, हैंडीक्राफ्ट, भित्तिचित्र एवं अन्य) लोक भाषा का साहित्य जैसे गोंडी, हल्बी, कुडूख आदि एवं अन्य सभी लोक भाषा के जो भी लोक कलाकार प्रस्तुति देना चाहे, यदि वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हो उन सभी को जिला स्तर पर शामिल किया जाएगा। वहीं विकासखण्ड युवा उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकार या दल को ही जिला स्तरीय युवा उत्सव में एवं जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कलाकारों या दल को संभाग स्तर पर भाग लेने की पात्रता होगी।