- भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर में लोगों ने बताया कि अब रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं
- मुख्यमंत्री ने की योजनाओं से आ रहे सामाजिक परिवर्तन का अध्ययन कराने की घोषणा की
- मुख्यमंत्री ने बगारपाली भेंट-मुलाकात में की अनेक घोषणाएं
- कोमाखान में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने और शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा स्थापना की घोषणा
- गड़बेड़ा-सिंधुपाली-परसापाली मार्ग और पुल-पुलिया निर्माण की स्वीकृति
- हनुमानडीह जलाशय और ठाकुरदिया जलाशय की होगी मरम्मत
- शासकीय महाविद्यालय बागबाहरा में बनेगा ओपन स्टेडियम
रायपुर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज महासमुंद जिले के खल्लारी विधानसभा के ग्राम-बगारपाली में भेंट मुलाकात में लोगों से संवाद के दौरान कहा कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान प्रदेशभर में लोगों ने उन्हें बताया है कि अब उन्हें रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की वजह से पलायन रुका है।
मुख्यमंत्री ने बताया की जांजगीर में एक मजदूर साथी ने बताया की गांव में गौठान खुलने से उन्हें रोजगार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ी। आज बगारपाली में हेमलता ने बताया की पहले काम के लिए उसे पलायन करना पड़ता था। मगर अब गौठान में काम मिल रहा है। अभी सरायपाली में भी मुझे एक व्यक्ति ने ऐसा ही संस्मरण सुनाया था।

जशपुर में भी पलायन में कमी आने की बात सामने आई थी। इससे यही समझ में आता है कि योजनाओं से लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरी है। ये बहुत अच्छा संकेत है। मुख्यमंत्री ने योजनाओं से आ रहे सामाजिक परिवर्तन का कमेटी द्वारा अध्ययन कराने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है की आज लोगों को काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा। भूमिहीन मजदूरों को भी हम 7 हजार रुपए दे रहे हैं। ये भी भूमिहीन श्रमिकों के लिए एक बड़ा सहारा बना है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक ब्लॉक में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना कर रही है, जिसके लिए शासकीय भूमि और दो करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में सुगमता से पहुंच के लिए अप्रोच रोड भी बनाएंगे और आधे दर बिजली की उपलब्धता भी की जाएगी ताकि गांव के बच्चों को भी स्थानीय स्तर पर रोजगार मिल सके।
रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से पलायन रुकेगा, देश में ऐसी योजना कहीं और नहीं है। मुुख्यमंत्री ने नौजवानों को इस योजना का हिस्सा बनकर आर्थिक रूप से सशक्त होने की बात कही।
पैरादान की अपील
मुख्यमंत्री ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वे शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की जानकारी लेने और क्षेत्रवासियों से मिलने आए हैं। उन्होंने नरवा योजना की जानकारी देते हुए बताया कि बड़े सिंचाई प्रोजेक्ट में किसानों के खेत डूब जाते हैं, इसलिए हम छोटे-छोटे स्ट्रक्चर बना रहे हैं। जिसके जरिए पानी रोकते हैं। इससे सतह पर पानी मिल जाता है, साथ ही जल स्तर बढ़ता है। पानी रोकने से जमीन में नमी बनी रहती है। आज जरूरी है कि सभी नरवा में पानी रोका जाए ताकि किसान के साथ पशु-पक्षी को पीने के लिए पानी मिले। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गोबर के साथ गोमूत्र की भी खरीदी कर रही है। हम गौमाता की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसानों से पैरादान करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि गौमाता की सेवा के लिए चारा की भी आवश्यकता होगी इसलिए आप सभी पैरादान जरूर करें। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में श्रीमती हेमलता ने मुख्यमंत्री को बताया कि गौठान बनने से रोजगार के अवसर बढ़े हैं। लोगों को स्थानीय स्तर पर ही काम मिलने से गांवों से पलायन रुका है। हेमलता की मांग पर मुख्यमंत्री ने उनकी बेटी वर्षा कुमारी ठाकुर की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके इसलिए छात्रावास की व्यवस्था के निर्देश अधिकारियों को दिए।